दूषित पानी के कारण अब तक 90 लोगों की मौत, सरकार के वादे याद दिलाने ग्रामीण पहुँचे सीएम हाउस

सरकार जनता से मिलने जाते हैं तो क्षेत्र से सबंधित समस्याओं का जायजा भी लेते हैं।और समस्याओं को दूर करने के लिए जनता को आश्वासन भी देते है।जनता उम्मीद लगाए सरकार के वादे पूरे करने का इंतजार करते हैं।लेकिन वादे पूरे नही किये जाते।ऐसे ही सरकार और राज्यपाल के आश्वासन और वादे को याद दिलाने ग्रामीण मुख्यमंत्री के भवन पहुँच गए।आपको बता दें गरियाबंद के सुपेबेड़ा गांव में पानी के दुषित होने की बड़ी समस्या है।इस समस्या को देखते हुए अक्टूबर 2019 में राज्यपाल अनुसूईया उइके और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव इस गांव में पहुंचे थे। ग्रामीणों को बेहतर इलाज और साफ पानी देने का वादा भी किया था।और कहा था कि पेयजल के लिए सरकार ने 16 करोड़ रुपए मंजूर किए हैं।वक़्त निकलता जा रहा है।लेकिन प्रशासन अपने वादे भूल चुके हैं।उन्ही वादे को याद दिलाने सुपेबेड़ा सहित 9 गांवों के लोग CM हाउस पहुंच गये।

जानकारी के मुताबिक यहां दूषित पानी की वजह से ग्रामीणों की किडनी खराब हो रही है। दावा है कि पिछले कुछ वर्षों में किडनी की बीमारी से 90 लोगों की मौत हो चुकी है। दो साल पहले सरकार ने पड़ोस की तेल नदी से पेयजल परियोजना शुरू करने का वादा किया था। परियोजना के लिए मंजूरी भी मिली। निविदा भी जारी हुई, काम शुरू भी हुआ था।लेकिन पिछले पांच महीनों से काम बंद है। ग्रामीणों ने स्थानीय अधिकारियों से पूछा तो उन्होंने परियोजना की फाइल सचिवालय में होने की बात कह दी।परेशानियों से घिरे ग्रामीणों ने अब सीधे मुख्यमंत्री के पास आने का फैसला किया।शाम को वे शहर में घुसे ही थे कि पुलिस ने उन्हें पचपेड़ी नाका के पास रोक लिया। ग्रामीण बसोें से उतरकर वहीं धरने पर बैठ गये। करीब डेढ़ घंटे बाद मुख्यमंत्री निवास से अफसरों को फोन गया। ग्रामीणों में से 10 को प्रतिनिधि के तौर पर CM हाउस बुलाया गया।CM हाउस पहुंचने पर उन्हें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल नहीं मिले। कहा गया कि वे बाहर हैं। गृह और लोक निर्माण मंत्री ताम्रध्वज साहू और मुख्यमंत्री सचिवालय के अधिकारियों ने ग्रामीणों से बातचीत की।करीब आधे घंटे की बातचीत के बाद भी कोई ठोस आश्वासन नहीं मिलने पर ग्रामीण निराश होकर गांव लौट गए।ग्रामीणों ने सरकार के वादे तो फिर से दिला दिए।अब अगला कदम प्रशासन का होगा कि वे जनता की समस्या का कोई हल निकालेंगे या जनता को हमेशा के लिये नाउम्मीदी का रास्ता दिखाएंगे।