भाजपा हर तरह से किसानों को करना चाहते है गुमराह-सांसद छाया वर्मा

किसान आंदोलन को लेकर आय दिन नए-नए राजनीतिक पैतरे आजमाते राजनेता नज़र आते हैं।वही किसानों की पीड़ा अब राजनीतिक सियासत बन कर रह गयी है।पक्ष-विपक्ष एक दूसरे पर लांछन लगाने में भी पीछे नही रहेती।बता दें नई दिल्ली, 11 जनवरी, कांग्रेस पार्टी की राज्य सभा सांसद श्रीमती छाया वर्मा ने संसद की कृषि संबंधी स्थायी समिति की आज बैठक में नये कृषि अधिनियम 2020 को समिति के समक्ष उठाना चाही। लेकिन समिति के अध्यक्ष श्री पी.सी. गद्दीगौडर,जो कर्नाटक के बागलकोट के भाजपा के सांसद है।उन्होंने यह कहते हुए बात को खारिज कर दिया कि मामला सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है।
गुमराह कर रहे किसानों को
इस पर कांग्रेसी सांसद श्रीमती छाया वर्मा, श्री प्रताप बाजवा एवं अकाली दल के सांसद सरदार सुखदेव सिंह ढिंढसा समिति से बहिर्गमन कर बैठक से बाहर चलेग गए। समिति के कुल 31 सदस्यों में से 11 ही उपस्थित थे। भाजपा किसानों को लेकर कहीं भी सार्थक चर्चा नहीं होने देना चाहती।हर तरफ भाजपा किसानों को गुमराह करने में लगी है। भाजपा समर्थित कुछ तथाकथित किसान संगठनों का समर्थन बता कर आंदोलनकारी किसानों को राष्ट्रविरोधी सिद्ध करने में लगी हुई है।

सरकार किसानों से आठ दौर की वार्ता कर चुकी है। किसानों को हतोत्साहित करने के लिए तारीख पर तारीख देने की प्रक्रिया सरकार अपना रही है। डेढ महीने से अधिक कड़ाके की ठंड में किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली के सड़कों पर आंदोलित हैं। 50 से अधिक आंदोलित किसानों की ठंड के कारण मौत हुई हैं।पर सरकार मृत किसानों के लिए संवेदना तक प्रकट नहीं कर रही है,यह दुर्भाग्र्यपूर्ण है। किसानों की मांगों पर सरकार अड़ियल रूख अनाए बैठी है, यह चिंता का विषय है।