
कुंभ में नहाने के पीछे अनेक मान्यताये होती है।हिंदू धर्म विभिन्न विभिन्न विचारों वाली अवधारणा है।जहाँ हर पूजा पाठ,तीर्थ,स्नान के पीछे बहुत सी मान्यता होती है।बता दे वर्ष 2021 में कुंभ का मेला 11 मार्च से शुरु होने जा रहा है। यह महाशिवरात्रि का दिन है। कुंभ मेले के दौरान गंगा के किनारे स्नान करना बेहद ही शुभ माना जाता है। तो आइये जानते है।कुंभ स्नान में छुपी विशेष बातें;-
1. हिंदू धर्म में नदियों में ही सभी तीर्थ बसे हुए हैं। गंगा जी की बात करें तो ये हिंदू धर्म में मां का दर्जा रखती हैं। ऐसे में गंगा स्नान का महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है।
2. गंगा के बिना हिंदू संस्कार अधूरे माने जाते हैं। जीवन और मृत्यु गंगा जुड़ी हुई है। गंगाजल अमृत के समान है। ऐसे में गंगा स्नान का महत्व अत्याधिक है।
3. मकर संक्राति, मौनी अमावस्या, वसंत पंचमी, पूर्णिमा, अमावस्या, महाशिवरात्रि और गंगा दशहरा के समय गंगा स्नान बेहद ही महत्वपूर्ण माना गया है।

4. गंगा स्नान और पूजन से व्यक्ति को रिद्धि-सिद्धि, यश-सम्मान की प्राप्ति होती है। वहीं, पाप भी नष्ट हो जाते हैं। साथ ही मोक्ष की प्राप्ति भी होती है।
5. अगर किसी को मांगलिक दोष है तो गंगा पूजन करने से उस जातक को विशेष लाभ की प्राप्ति होती है।
6. गंगा में स्नान रने से व्यक्ति के अशुभ ग्रहों का प्रभाव खत्म हो जाता है।
7. गंगाजी में स्नान करने से जातक को सात्विकता और पुण्यलाभ की प्राप्ति होती है।