जाने मिट्टी के दीए जलाने से के पीछे क्या मान्यता

हिन्दू धर्म मे दियों के पीछे के कई मान्यताए होती है।
मिट्टी का दीपक जलाने से शौर्य और पराक्रम में वृद्धि होती है और परिवार में सुख समृद्धि आती है। लेकिन महंगाई के चलते अब दीयाें का चलन कम हो गया है। तेल की महंगाई ने लोगों का रुझान मोमबत्ती और बिजली की झालरों की ओर कर दिया

चौदह साल के वनवास केबाद जब लंका पति रावण को मारकर प्रभु राम, सीता और लक्ष्मण केसाथ अयोध्या पहुंचे तो अयोध्यावासियों ने दीपक जलाकर अपनी खुशी प्रकट की थी। मिट्टी का दीपक जलाने के पीछे कई मत हैं। मान्यता है कि मिट्टी का दीपक जलाने से घर में सुख, समृद्धि और शांति का वास होता है। पंडित गिरीश बताते हैं कि मिट्टी को मंगल ग्रह का प्रतीक माना जाता है मंगल साहस, पराक्रम मेें वृद्घि करता है और तेल को शनि का प्रतीक माना जाता है। शनि को भाग्य का देवता कहा जाता है। मिट्टी का दीपक जलाने से मंगल और शनि की कृपा आती है। इसके अलावा दीपक जलाने का महत्व उसकी रोशनी केकारण भी है। रोशनी को सुख, समृद्धि, स्फूर्ति का प्रतीक माना जाता है। जबकि अंधकार को दुख, आलस्य, निर्धनता का प्रतीक माना जाता है। इसलिए भी दीपक जलाने का बहुत अधिक महत्व है।