लोहड़ी की खुशियां रह गई बेरंग

लोहड़ी का त्यौहार किसानों का सबसे खास त्यौहार होता है।इस त्यौहार पर किसानों के बीच खुशियों का बिखरा होता था।लेकिन इस बार लोहड़ी का त्योहार बेरंग ही रह जायेगा।क्योकि आज देश के किसान भाइ दिल्ली बॉर्डर पर आंदोलन करने पर मजबूर हैं।उन्हें आज आंदोलन करते 50 दिन पूरे हो चुके हैं।और अभी तक उन्हें सन्तोषजनक प्रतिक्रिया न ही केंद्र सरकार से मिली है।और न ही सुप्रीम कोर्ट से किसानों के घर परिवार पर न होने उनकी फसल और त्यौहार दोनों ही सुना पड़ गया है।

बता दे आज लोहड़ी का 13 जनवरी दिन बुधवार को लोहडी का मनाया जाएगा। लोहड़ी मुख्यत: पंजाब, हरियाणा में मनाई जाती है।लेकिन उत्तर भारत में भी इसका उत्सव होता है।और लोहड़ी के इस खास मौके पर देश के किसान अपने घर-परिवार और फसल से दूर दिल्ली बॉर्डर पर संघर्ष कर रहे है।इस दिन किसानों के घर की खुशियां दुनिया देखती है। दिन शाम के समय में आग जलाकर उसमें अन्न डाले जाते हैं।फिर फसल की कटाई शुरु होती है।इस समय गेहूं की नई फसल तैयार होती है। उनकी ही बालियों को तोड़कर सबसे पहले आग में अर्पित किया जाता है। लोहड़ी का त्योहार मकर संक्रांति से एक दिन पूर्व मनाया जाता है।मगर इस बार किसानों का त्यौहार आंदोलन के चलते बेरंग हो जाएगी।