वर्ल्ड कैंसर डे पर जाने पुरुषों में सबसे अधिक होने वाले कैंसर

4 फरवरी का दिन वर्ल्ड कैंसर डे के रूप में मनाया जाता है। इस दिन को दुनियाभर के लोगों को कैंसर के प्रति जागरुक करने के उद्देश्य से मनाया जाता है। क्योंकि कैंसर बेहद खतरनाक और गंभीर बीमारी है।जो कई जिंदगियां तबाह कर देता है। जिसके बारे में लोगों को शुरुआती समय में पता नहीं चलता है।वर्ल्ड कैंसर डे पर हम आपको बताने जा रहे है।पुरुषों में सबसे अधिक होने वाले कैंसर के बारे में।
प्रोस्टेट कैंसर

पुरुषों में सबसे अधिक होने वाले कैंसर में एक प्रोटेस्ट कैंसर जिसका खतरा पुरुषों को अधिक होता है।बीते कुछ सालों से प्रोस्टेट कैंसर के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं।यह कैंसर प्रोस्टेट ग्लांड्स के टीश्यूज़ में विकसित होता है।और धीरे-धीरे यूरिनरी सिस्टम और इसके फंक्शन में बाधा डालने लगता है।कई रिपोर्ट्स में सामने आया है,कि शुरुआती समय में प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण सामने नहीं आते हैं।वहीं इस कैंसर के सामान्य लक्षणों में हड्डियों में दर्द, यूरीन में ब्लड आना, यूरीन करते समय भारीपन महसूस होना आदि शामिल हैं। मेडिकल एक्सपर्ट्स के अनुसार प्रोस्टेट कैंसर से हेल्दी लाइफस्टाइल और धूम्रपान से दूर रहकर सुरक्षित रहा जा सकता है।इन निर्देशों का पालन किया जाए तो प्रोटेस्ट कैंसर का खतरा कम होगा।
फेफड़ों का कैंसर

फेफड़ो के कैंसर का खतरा अधिक धूम्रपान से होता है।क्योंकि धूम्रपान करना फेफड़ों के कैंसर के मुख्य कारण बताया जाता है। हालांकि, धूम्रपान न करने वालों को भी यह कैंसर अपनी चपेट में ले सकता है। फेफड़ों का कैंसर सबसे घातक कैंसरों में से एक है और इसके होने की सबसे अधिक संभावना पर्यावरण प्रदूषण, तंबाकू चबाने और खतरनाक कार्सिनोजेनिक यौगिकों के संपर्क में आने से होती है। फेफड़ों के कैंसर के सामान्य लक्षणों में खांसी, सांस लेने में तकलीफ, सीने में दर्द, गला बैठना, सांस लेने में आवाज़ होना, थूक में बदलाव और खांसते समय खून आना है।
कोलोरेक्टल कैंसर

कोलोरेक्टल कैंसर कोलोन या मलाशय का कैंसर है। जो मुख्य रूप से अधिक आयु वर्ग के पुरुषों / महिलाओं को प्रभावित करता है।मोटापा, धूम्रपान और इन्फ्लामेट्री बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों में इस कैंसर का खतरा अधिक होता है।इसके अलाव अन्य कारक जैसे कोलोरेक्टल कैंसर का पारिवारिक इतिहास, शारीरिक निष्क्रियता, उम्र, फाइबर युक्त भोजन का कम सेवन करना, और प्रोसेस्ड और रेड मीट का अधिक सेवन इस कैंसर के खतरे को बढ़ा सकता है। पेट में दर्द, रेक्टल से खून बहना, आंत की आदतों में बदलाव और वजन कम होने जैसे लक्षण हो सकते हैं।
लिवर कैंसर

लिवर कैंसर के लक्षणों में पीलिया, भूख में कमी और पेट दर्द शामिल हैं।लिवर कैंसर से बचने के लिए शराब के सेवन से बचें, नियमित रूप से व्यायाम करें, हेल्दी चीजों का सेवन करें और खुद को हेपेटाइटिस बी और सी वायरस से संक्रमित होने से बचाव करके लिवर कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है।रिपोर्ट्स के अनुसार, दुनियाभर में कैंसर के जितने मामले सामने आते हैं।उनमें चौथी बड़ी बीमारी लिवर कैंसर होती है।