नक्सलगढ़ में महिलाओ की नई सोच,ले जाएगी विकास की ओर महुआ से अब हलवा और बनेगा कुकीज

प्रदेश में नक्सलगढ़ कहा जाने वाले दंतेवाड़ा और बस्तर में महिलाओं ने विकास का आगाज कर दिया है।अब तक शराब बनाने के लिए बस्तर जाना जाता था।लेकिन अब महुआ फूल की पहचान बदल गयी है,महुआ से अब स्वादिष्ट हलवा, चंक्स, कुकीज, जैम के स्वाद में पहचाना जाने लगा है। यह कमाल का बदलाव किया है दंतेवाड़ा की महिलाओं ने। संगवारी समूह की करीब 30 महिलाओं ने महुआ प्रोसेसिंग हब बनाया है, जहां ये कुकीज, हलवा, जेली, जैम, चंक्स, गुड़ मसाला, काजू मसाला, महुआ काढ़ा, इमली सॉस बना रही हैं। देशभर में इन उत्पादों की सप्लाई शुरू करने के साथ आने वाले समय में यहां 100 महिलाओं को रोजगार देने की तैयारी है।हफ्तेभर में इन्होंने 1.5 लाख का कारोबार कर लिया है। 31 जनवरी को दंतेवाड़ा आ रहे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी यह उत्पाद चखेंगे। जिला प्रशासन भी इनकी मदद के लिए आगे आया है, और इन उत्पादों को कपड़ों के ब्रांड डैनेक्स के नाम से प्रमोट करेगा। महुआ प्रोसेसिंग हब के लिए महिलाओं को फॉरेस्ट विभाग में जगह दिलाई गई है।
