उत्तराखंड में फिर भयावह त्रासदी,तपोवन इलाके का ग्लेशियर टूटा,कई लोगो की गई जान 100 से अधिक लोग अभी भी लापता

देश का अनेको तीर्थों से एक उत्तराखंड है,जहाँ अलखनंदा, केदारनाथ जैसे बड़े तीर्थ स्थल है।यहाँ एक बार फिर भीषण त्रासदी हुई है,जिससे पूरा उत्तराखंड झूज रहा है। बीते दिन सुबह करीब 10 बजे जोशीमठ में तपोवन इलाके में ग्लेशियर टूट गया।इस हादसे के बाद से अलकनंदा नदी और धौलीगंगा नदी में हिमस्खलन और बाढ़ के चलते अफरातफरी मच गई।इस भीषण हादसे में बाद कई लोग इस नदी में बह गए।जिससे कई लोगो की जाने चली गयी।वही 100 से अधिक लोग अभी भी लापता हैं।

बता दे चमोली में ग्लेशियर टूटने से बड़ा हादसा हो गया।कई रेस्क्यू ऑपरेशन रात में भी जारी रहा।इस बीच खबर है कि ग्लेशियर टूटने के बाद तपोवन के पास एक झील बन गई है,अब इस झील का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।जलस्तर बढ़ने से आम जनता के साथ-साथ प्रशासन भी बड़ी चिंता में है, क्योकि झील का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।और अब इस झील में भारी मात्रा में पानी जमा हो गया है। ऐसे में झील के निचले हिस्से में बने बांध से पानी को नियंत्रित तरीके से छोड़ा जा रहा है.।ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि अगर झील फटी तो बांध का पानी और झील में जमा पानी दोनों निचले इलाकों में बड़ी तबाही मचा सकते हैं।ऐसे में जिलाधिकारी (डीएम) ने एहतियातन टिहरी बांध से पानी छोड़ने का निर्देश दिया है।
इस बीच एहतियातन भागीरथी नदी का फ्लो रोक दिया गया।अलकनंदा का पानी का बहाव रोका जा सके, इसलिए श्रीनगर डैम और ऋषिकेश डैम को खाली करा दिया गया। बताया गया कि नंदप्रयाग से आगे अलकनंदा नदी का बहाव सामान्य हो गया है।नदी का जलस्तर सामान्य से अब 1 मीटर ऊपर है, लेकिन बहाव कम होता जा रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने जताया चिंता;-

उत्तराखंड में हुए भीषण हादसे ने देश को हिला कर रख दिया है।क्योंकि वहाँ पहले भी प्रकृति के भयानक बेरुखी का सामना करना पड़ा चुका है।इस हादसे की सूचना मिलने के बाद पीएम मोदी और अमित शाह हालात पर नजर बनाए हुए हैं।खुद पीएम ने चार बार उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को फोन किया।उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिया।