ChhattisgarhRajnandgaon

कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर की जांच की मांग , किसान आत्महत्या मामले में 6 गांव के लोग पहुंचे कलेक्ट्रेट कार्यालय

राजनांदगांव: जिले के डोंगरगढ़ क्षेत्र अंतर्गत मेढा़ सोसाइटी प्रबंधक द्वारा किसानों के नाम पर कर्ज निकालने का मामला सामने आया है। वहीं, कर्ज के बोझ तले दवे किसान ने आत्महत्या कर ली है। जिसके बाद राजनांदगांव सांसद संतोष पांडे ने आज 6 गांव के लोगों के साथ कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर इस मामले में जांच कार्रवाई की मांग की।

राजनांदगांव जिले में कर्ज तले दबे एक किसान पुत्र नाम आनंद कवर ने मेढा़ सोसाइटी में जहर खाकर आत्महत्या कर ली। इस आत्महत्या के बाद लगभग 6 गांव के लोग आज राजनांदगांव के सांसद संतोष पांडे की अगवानी में कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचे। और एक ज्ञापन सौंपकर मामले में कार्रवाई की मांग की। इस दौरान डोंगरगढ़ क्षेत्र के मेढा़ सोसाइटी प्रबंधक पर ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि सोसायटी प्रबंधक कुलदीप विश्वकर्मा द्वारा किसानों के नाम से केसीसी के माध्यम से फर्जी कर्ज निकाल कर किसानों को कर्ज के बोझ तले दबा दिया गया है। मृतक आनंद कंवर भी इसी कर्ज का दंश झेल रहा था। वहीं, मृतक के जीजा भागवत चंद्रवंशी ने बताया कि सोसाइटी प्रबंधक कुलदीप विश्वकर्मा ने कर्ज के नाम पर निकाले गए इन रुपयों को लौटने की बात कही थी। लेकिन वह रुपए नहीं लौटा पा रहा था। वहीं इस मामले में सहकारी बैंक के अध्यक्ष नवाज खान ने रुपए लौटा देने का आश्वासन दिया था, लेकिन नवाज खान सोसाइटी प्रबंधक को इस मामले में संरक्षण दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि सोसाइटी प्रबंधक द्वारा फर्जी दस्तखत कराकर पैसे निकाल लिए गए हैं, जिसकी वजह से आनंद कंवर ने अपनी जान दे दी है।

किसान के द्वारा आत्महत्या किए जाने की सूचना मिलने पर राजनांदगांव सांसद संतोष पांडे पीड़ित परिवार से मिलने उनके गांव खल्लारी पहुंचे। इस दौरान सांसद ने पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की बात कही। और लगभग 6 गांव के लोगों के साथ कलेक्ट्रेट कार्यालय ज्ञापन सौंपने पहुंचे, सांसद संतोष पांडे ने कहा कि सोसाइटी प्रबंधक द्वारा केसीसी के माध्यम से किसानों के नाम पर फर्जी तरीके से 1 लाख रूपये से लेकर 3 लाख रूपये तक का लोन निकाल लिया गया। जब किसानों ने अपना पैसा मांगा तो वह किसानों को लगातार मियाद देकर टालता चला गया। इस बीच किसानों ने एफआईआर कराया, तो जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष नवाज खान ने समझौता करा दिया। लेकिन किसानों के पैसे नहीं मिले। सांसद संतोष पांडे ने इस मामले में जांच की मांग करते हुए कहा है कि चेयरमैन से लेकर सोसाइटी प्रबंधक और कौन-कौन अधिकारी इसमें शामिल है जांच कर सभी को बर्खास्त किया जाना चाहिए।

सांसद संतोष पांडे के अगवानी में पहुंचे अनेकों किसानों ने भी इसी तरह की बात कलेक्टर के समक्ष एक ज्ञापन के माध्यम से रखी है। वही यहां पूरा मामला वर्ष 2020-21 का बताया जा रहा है. जिस पर किसानों के द्वारा सोसाइटी प्रबंधक के खिलाफ एफआईआर भी कराया जा चुका है। इस पूरे मामले को लेकर राजनांदगांव कलेक्टर डोमन सिंह ने कहा कि पूरे मामले की जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।

Desk idp24

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