CG : कांग्रेस की हार पर मंथन शुरू, फैक्ट फाइंडिंग कमेटी अब कर रही पदाधिकारियों से वन टू वन चर्चा
बिलासपुर: चुनावी परिणाम के बाद अब कांग्रेस में हार पर मंथन शुरू हो गया है। कांग्रेस की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी हार की समीक्षा कर रही है। कमेटी के अध्यक्ष वीरप्पा मोइली इसी सिलसिले में छग के दौरे पर हैं। यहां वे लोकसभावार सीधे पार्टी नेताओं, प्रतिनिधियों और पदाधिकारियों से चर्चा कर हार का कारण तलाश रहे हैं। इसी कड़ी में आज फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के अध्यक्ष वीरप्पा मोइली अपनी टीम के साथ बिलासपुर पहुंचे। जहां संभाग के पांच लोकसभा क्षेत्र बिलासपुर, कोरबा, सरगुजा, जांजगीर और रायगढ़ के चुनावी परिणाम की समीक्षा की गई।
दरअसल, कांग्रेस में हार की समीक्षा जारी है। पहले रायपुर, महासमुंद और अब बिलासपुर संभाग के 5 लोकसभा क्षेत्र बिलासपुर, कोरबा, सरगुजा, जांजगीर और रायगढ़ के चुनावी परिणाम की समीक्षा की जा रही है। कांग्रेस फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के अध्यक्ष वीरप्पा मोइली अपनी टीम के साथ लोकसभावार प्रत्याशी, विधायक, पूर्व विधायक, जिलाध्यक्ष, शहर अध्यक्ष, ब्लॉक अध्यक्ष, नगर पंचायत अध्यक्ष, जनपद अध्यक्ष, मेयर सहित अन्य पदाधिकारियों से वन टू वन चर्चा कर रहे हैं। इस दौरान पार्टी नेता और पदाधिकारी फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के सामने खुलकर अपनी बात रख रहे हैं।
बताया जा रहा है, इस दौरान अधिकांश लोग सत्ता संगठन में तालमेल की कमी, कार्यकर्ताओं में नाराजगी, सीनियर्स लीडर में समन्वय की कमी, संगठनात्मक उदासीनता जैसे विषयों को हार का प्रमुख कारण बता रहे हैं। हालांकि, लोकसभावार अलग-अलग समीकरण के आधार पर भी हार के खूब कारण गिनाए जा रहे हैं। जिसमें बाहरी प्रत्याशी का मुद्दा, स्थानीय नेताओं की उपेक्षा और सरकार रहते शहरी क्षेत्रों की उपेक्षा व शहर बेस्ड प्लानिंग की कमी जैसे मुद्दों को हार का कारण बताया जा रहा है।
हालंकि, कांग्रेस फैक्ट फाइंडिंग कमेटी की ये बैठक बंद कमरे में हो रही है। लिहाजा फैक्ट फाइंडिंग कमेटी हो या नेता हार के कारणों पर कुछ भी खुलकर बोलने से बच रहे हैं। फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के अध्यक्ष इतना जरूर बता रहे हैं कि, पहले लोकसभा स्तर के पार्टी पदाधिकारियों और नेताओं से बात की जा रही है, जिसके बाद प्रदेश स्तर के बड़े नेताओं से बात किया जाएगा और एक कंपाइल फैक्ट फाइंडिंग रिपोर्ट AICC को सौंपा जाएगा।
इसके साथ ही मोइली ने कहा कि, कांग्रेस एक लोकतांत्रिक पार्टी है। बीजेपी की तरह यहां तानाशाही नहीं है। जमीनी स्तर के कार्यकर्ताओं को भी यहां महत्व दिया जायेगा। पार्टी और संगठन के बीच सामंजस्य बनाया जायेगा। आगे उन्होंने कहा कि, नरेंद्र मोदी का कांग्रेस मुक्त भारत का सपना टूट चुका है। इंडी एलायंस के प्रदर्शन से सरकार हिल चुकी है। अगले कार्यकाल में कांग्रेस की सरकार आएगी। इधर कांग्रेस के फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के बैठक पर बीजेपी के तंज कसने पर पीसीसी चीफ दीपक बैज ने भी पलटवार किया। बैज ने कहा कि, बीजेपी को दूसरे का घर झांकने के बजाय खुद घर को सम्हालना चाहिए। 6 माह के सरकार में बीजेपी पूरी तरह फेल साबित हुई है। प्रदेश में हुई कई बड़ी घटनाएं सरकार के फेलियर का बड़ा उदाहरण हैं।