सहायक संचालक आदिवासी विकास विभाग अविनाश श्रीवास सस्पेंड…अनियमितता समेत लगे ये गंभीर आरोप
रायगढ़। चतुर्थ वर्ग के अपात्र कर्मचारियो का नियमितीकरण करने के मामले में आदिवासी विकास विभाग रायपुर के आयुक्त शम्मी आबिदी ने सहायक आयुक्त अविनाश श्रीवास को निलंबित किया है। विदित हो कि कुछ समय पूर्व छात्रावास अधीक्षक संघ ने कलेक्टर व आदिवासी विकास विभाग के आयुक्त शम्मी आबिदी को लिखीत में शिकायत किया था जिसमें चतुर्थ वर्ग के अपात्र कर्मचारियों का नियमितीकरण चढ़ावा लेकर किए जाने की बात कही गई थी।
उक्त शिकायत को आदिवासी विकास विभाग के आयुक्त शम्मी आबिदी ने गंभीरता से लेते हुए मामले की जांच के लिए अपर संचालक स्तर के अधिकारियों को नियुक्त किया। अपर संचालक स्तर के अधिकारियों ने इस मामले की जांच के लिए जिले में आकर दस्तावेज खंगाले और इसके बाद जांच शुरू किया।
जांच में यह पाया गया कि अपात्रों को नियमित किया गया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर आदिम जाति अनुसूचित जाति विकास रायपुर के आयुक्त शम्मी आबिदी ने सोमवार को आदिवासी विकास विभाग रायगढ़ के सहायक आयुक्त अविनाश श्रीवास को निलंबित कर दिया है। निलंबन अवधि में मुख्यालय रायपुर दिया गया है।
शिकायत जांच में पाया गया कि छात्रावास व आश्रमों में कार्यरत चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को नियमित वेतनमान स्वीकृत किए जाने के शिकायत जांच में प्रथम दृष्टया जिला रायगढ़ में विभागीय नियम-निर्देश के विहित प्रक्रिया का उल्लंघन करते हुए संबंधित अधिकारी द्वारा मनमानी किया गया है। उक्त अनियमित्ता को लेकर संबंधित अधिकारी को निलंबित किया गया है।
हुई थी शिकायत
इस मामले से संबंधित लिखित शिकायत में बताया गया कि 190 हॉस्टलों में खाना बनाने वाले अनियमित कर्मचारियों के नियमितीकरण से कर्मचारियों को नियमित करने के नाम पर 50-50 हजार रुपए का चढ़ावा लिया गया है। जो कर्मचारी लंबे समय से अनुपस्थित थे । नियमानुसार ऐसे कर्मचारी पात्र नहीं थे लेकिन ऐसे कर्मचारियों को 1- 1लाख रुपए लेकर नियमितीकरण करने का आरोप छात्रावास अधीक्षक संघ ने लगाया था।
और भी मामले में चल रही जांच
सहायक आयुक्त अविनाश श्रीवास पिछले कुछ समय से एक के बाद एक विवाद से घिरते हुए नजर आए हैं। एकलव्य विद्यालयो में अतिथि शिक्षक के रिन्युवल के नाम पर चढ़ावा व एरियर्स राशि के नाम पर भी गड़बड़ी करने की शिकायत हुई। जिसमें से एक मामले में जिला स्तर पर जांच चल रही है तो दूसरे में राजधानी में। वहीं एसीबी से भी शिकायत होने की बात सामने आ रही है, जिसमें दो अधिकारी के पिछले दिनों जिला मुख्यालय पहुचने की बात कही जा रही है।