BilaspurChhattisgarh

अफसरों व नेताओं के करीबियों की नियुक्ति को लेकर CJ ने की गंभीर टिप्पणी…PSC भर्ती को लेकर दायर याचिका पर आज होगी सुनवाई

बिलासपुर। PSC में भर्ती प्रक्रिया को लेकर दायर याचिका पर कल कुछ अतिरिक्त जानकारियां नहीं आ पाने के चलते सुनवाई नहीं हो सकी। जिसके चलते आगे सुनवाई आज होगी। हाईकोर्ट ने डिप्टी कलेक्टर और अन्य बड़े पदों पर अफसरों और सत्तारूढ़ दल के करीबियों के बेटे-बेटियों की नियुक्ति पर कड़ा रुख अपनाया है। सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस ने कड़ी टिप्पणियां भी की है।

Related Articles

CJ ने कहा ‘इस तरह का संयोग होना गलत है’

बता दें कि भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री ननकीराम कंवर ने हाईकोर्ट में एक याचिका दायर कर पीएससी 2022 के चयन में करोड़ों रुपये के भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है और रेवड़ियों की तरह बांटे गए पदों की जांच की मांग की है। आज हाईकोर्ट में इस मामले की सुनवाई चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा के डिवीजन बेंच में हुई। सुनवाई करते हुए उन्होंने याचिका में दी गई 18 सफल प्रतिभागियों की सूची देखी और कहा कि यह जरूर हो सकता है कि किसी अफसर का कोई प्रतिभावान अभ्यर्थी शीर्ष पद पर चयनित हो सकता है लेकिन यह संयोग बहुत गलत बात है कि पीएससी चेयरमेन के बेटे, राजभवन में सचिव आईएएस अधिकारी के बेटे-बेटी और सत्तारूढ़ दल के करीबी 18 लोग टॉप लिस्ट में हैं।

अधूरी जानकारी के चलते बात आगे नहीं बढ़ी

सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस ने याचिकाकर्ता के अधिवक्ता से पूछा कि आपने पीएससी के चेयरमैन को पार्टी क्यों नहीं बनाया? याचिकाकर्ता की ओर से बताया गया कि इससे अनुच्छेद 315 प्रभावित हो रहा है, इसलिए शामिल नहीं किया। चीफ जस्टिस ने कहा कि इनकी (18 लोगों की) नियुक्ति रोक दीजिए। ऐसा कहते हुए वे ऑर्डर डिक्टेक्ट भी करने लगे। लेकिन इसी दौरान चीफ जस्टिस ने फिर जानना चाहा कि इनकी नियुक्ति हुई है या नहीं। इस पर याचिकाकर्ता के वकील को स्पष्ट जानकारी नहीं थी।

‘इन 18 को भी प्रतिवादी बनाइये’

चीफ जस्टिस ने कहा कि स्टेटस जानना है कि नियुक्ति हुई है या नहीं। साथ ही यह भी कहा कि सिर्फ इन पर विचार करेंगे, बाकी नियुक्तियों पर नहीं, उनकी जिंदगी से क्यों खेलें। याचिकाकर्ता की ओर से कहा गया कि अभी बहुत सी प्रक्रिया बाकी है, जिसमें ट्रेनिंग और शारीरिक परीक्षण शामिल है। चीफ जस्टिस ने कहा कि आप इन 18 लोगों को भी प्रतिवादी बनाइये। पीएससी की ओर से उपस्थित अधिवक्ता से चीफ जस्टिस ने जानना चाहा कि आपका क्या कहना है- उन्होंने कहा कि मैं निर्देश क्या हो रहा है, यह देख रहा हूं। इसके बाद चीफ जस्टिस ने कोई आदेश नहीं देते हुए कल इस मामले की आगे सुनवाई तय की है, जिसमें अन्य जरूरी जानकारी आने के बाद वे कोई आदेश देंगे।

ज्ञात हो कि 11 मई 2023 की रात को सीजीपीएससी 2021 के परिणाम जारी किए गए। इंटरव्यू पिछले साल सितंबर महीने में हो चुके थे। पर आरक्षण पर हाईकोर्ट के आदेश को देखते हुए सूची जारी नहीं की गई। सुप्रीम कोर्ट से उस आदेश पर स्थगन मिलने के बाद यह सूची जारी की गई।

सूची पर उठने लगे सवाल

12 मई की सुबह से ही सवालों से पूरी सूची घिर गई। यह परीक्षा 171 पदों के लिए हुई थी जिनमें से 170 पदों पर भर्ती की गई। सूची के टॉप 20 में जो नाम थे, वे बड़े अधिकारियों, बिजनेसमैन या फिर कांग्रेस नेताओं के रिश्तेदार हैं। पहले क्रम पर प्रज्ञा नायक हैं, जिनके पिता तो शिक्षा विभाग में कार्यरत हैं लेकिन इनके चाचा प्रकाश नायक पुलिस विभाग में एसपी रैंक के अधिकारी और राजनांदगांव में पदस्थ हैं। प्रज्ञा के भाई प्रखर नायक को भी टॉप टेन में जगह मिली।

दूसरे नंबर में शामिल अनन्या अग्रवाल एक बड़े कारोबारी परिवार का सदस्य है। इसके बाद शशांक गोयल और भूमिका कटिहार का नाम था। ये दोनों पति-पत्नी हैं जो कांग्रेस नेता सुधीर कटियार की बेटी और दामाद हैं। सातवें रैंक पर नितेश का नाम आया। इनका सरनेम उजागर नहीं किया गया। यह पीएससी के चेयरमैन टोमन सोनवानी का दत्तक पुत्र है। राज्यपाल के सचिव, (जिन्हें हाल में सेवानिवृत्ति के बाद एक्सटेंशन मिल गया है) अमृत खलखो की बेटी नेहा और बेटा निखिल का नाम आया। ये नौवें और 12 नंबर पर आए।

11वें नंबर पर साक्षी ध्रुव का नाम शामिल है, जो आईपीएस केएल ध्रुव की बेटी है। ध्रुव अभी बस्तर में आईजी रैंक के अधिकारी हैं। 16वें नंबर पर स्वर्णिम शुक्ला का नाम है, जो बिलासपुर कृषि उपज मंडी के अध्यक्ष, कांग्रेस नेता राजेंद्र शुक्ला के बेटे हैं।

Desk idp24

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!