फर्जी नियुक्ति घोटाले का खुलासा: डायोसिस ने माँगा अपराधियों से वेतन वसूली और सख्त कार्रवाई
“अंकों में हेराफेरी से मिली नौकरी, जांच में खुला बड़ा घोटाला”

रायपुर, 26 अक्टूबर 2025। छत्तीसगढ़ डायोसिस बोर्ड ऑफ एजुकेशन ने शिक्षाकर्मी भर्ती में हुई गम्भीर अनियमितताओं का पर्दाफाश करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की माँग की है। सचिव नितिन लॉरेंस द्वारा शासन को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि वर्ष 2007 की शिक्षाकर्मी-2 भर्ती में अंकों की हेराफेरी, फर्जी बी.एड. प्रमाणपत्र और नियमों की घोर अवहेलना पाई गई है। जांच में यह भी स्पष्ट हुआ है कि कुछ आपराधिक तौर-तरीकों से नियुक्त अभ्यर्थियों को राज्य की ओर से वेतन/भत्ते दिलाए गए जिस पर डायोसिस ने न केवल प्रशासनिक व आपराधिक कार्यवाही, बल्कि सरकार से जो भी वेतन/भत्ता (पूर्ण राशि) अनुचित रूप से लिया गया है उसकी तुरंत वसूली करने की सख्त मांग की है।
🔹 मामले के मुख्य निष्कर्ष
वर्ष 2007 की भर्ती प्रक्रिया में चयन सूची में अनुचित हस्तक्षेप व अंकों में हेराफेरी पाई गई।कई अभ्यर्थियों ने फर्जी/अमान्य बी.एड. अंकपत्र प्रस्तुत किए। चयन समिति एवं संबंधित अधिकारियों पर दबाव डालकर अपात्र अभ्यर्थियों को नियुक्ति दिलवाने के प्रमाण मिले।जिन अभ्यर्थियों को अनुचित रूप से नियुक्ति दी गई, उन्हें सरकार की ओर से वेतन व अन्य लाभ प्रदान किए गए जिनकी पूरी वसूली आवश्यक है।
🔹 डायोसिस की माँगें (स्पष्ट व कठोर)
दोषियों के विरुद्ध तुरंत आपराधिक जांच व संबंधित कानूनी कार्रवाई की जाए।जिन व्यक्तियों ने अनुचित लाभ प्राप्त किया — उनके द्वारा सरकारी खजाने से प्राप्त सभी वेतन/भत्तों की पूरी वसूली की जाए।दोषियों को नौकरी से निलंबित/समाप्त कर, नियमों के अनुसार कठोर अनुशासनात्मक दंड लागू किया जाए।भविष्य में ऐसी हरकतों को रोकने के लिए भर्ती प्रक्रियाओं में पारदर्शिता व स्वतंत्र वेरिफिकेशन लागू किया जाए।
🔹 सचिव नितिन लॉरेंस का कड़ा बयान
“शिक्षा के विश्वास को मिट्टी में मिलाने वाले किसी भी खेल को हम सहन नहीं करेंगे। जो भी व्यक्ति या अधिकारी भ्रष्टाचार कर शिक्षा व्यवस्था से खिलवाड़ करेगा, उस पर न केवल प्रशासनिक बल्कि आपराधिक गम्भीर कार्रवाई की जाएगी। साथ ही सरकार से जो भी वेतन वसूल किया गया है, वह वापस कराना हमारा मांगपत्र है ताकि पीड़ित जनता को न्याय मिले।”
🔹 शासन को सौंपे गए प्रमाण-पत्र
डायोसिस ने शासन को जांच प्रतिवेदन, चयन सूची, बी.एड. अंकों की सूची, आवेदन पत्रों की प्रतियां और दोषियों की सूची संलग्न कर भेज दी है तथा शीघ्र न्यायिक/प्रशासनिक कदम उठाने की अपील की है।







