लगातार ट्रेनें रद्द,यात्री हलाकान, जोगी कांग्रेस ने सौंपा रेलवे बोर्ड अध्यक्ष के नाम ज्ञापन
रायपुर। अजीत जोगी युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप साहू के नेतृत्व में आज जोगी कांग्रेस के नेताओं ने छत्तीसगढ़ भीषण रेल संकट को लेकर छत्तीसगढ़ के दौरे में आए रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष श्री त्रिपाठी के नाम रेलवे एसीएम शम्भूनाथ सिंह को ज्ञापन सौंपा। इस दौरान प्रदीप साहू ने कहा कि, कोयला परिवहन के नाम पर पिछले लगभग चार महीनों से रेल मंत्रालय छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली लगभग सभी प्रमुख ट्रेनों को निरंतर रद्द कर रहा है। जिससे प्रदेश के 15 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। शादी-ब्याह, खेती-किसानी के सीजन में ट्रेनों के आये दिन रद्द होने से आम जनता में खासा आक्रोश है। रोजी-रोटी कमाने ग्रामीण क्षेत्र के मजदूरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बिलासपुर से लेकर रायपुर, कोरबा और रायगढ़ से रोजाना हजारों यात्री, ग्रामीण, अधिकारी-कर्मचारी, व्यापारी और स्टूडेंट्स यात्रा करते हैं। ऐसे में सभी वर्ग के लोगों को असुविधाओं से परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा आये दिन रेल रद्द होने से पूरी सामाजिक, व्यवहारिक और आर्थिक व्यवस्था ही छिन्न- भिन्न हो गई है। इतना ही नहीं, छोटे स्टेशनों में ट्रेनों का स्टॉपेज बंद कर दिया गया है। जिससे ग्रामीण क्षेत्र के गरीब वर्ग के लोगों को ट्रेनें नहीं मिल रही है और मजबूरी में उन्हें बस व अन्य महंगे साधनों का सहारा लेना पड़ रहा है।
प्रदीप साहू ने कहा छत्तीसगढ़ देश का सबसे बड़ा कोयला उत्पादक राज्य है और बदले में रेल मंत्रालय ही छत्तीसगढ़ के लोगों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है। पिछले साल छत्तीसगढ़ में देश में कोयले का सर्वाधिक उत्पादन 158 मिलीयन टन किया ।कोयला परिवहन से रेलवे को सर्वाधिक आय होती है, उसी कोयले के लिए छत्तीसगढ़ जैसे कोयला उत्पादक राज्य को यह दिन देखना पड़ रहा है। बिलासपुर रेल मंडल माल भाडा और लदान में रेलवे को सबसे अधिक आय देता है इसके बावजूद छत्तीसगढ़ रेल संकट से जूझ रहा है।
प्रदीप साहू ने कहा केंद्र सरकार ने देश की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनी एसईसीएल का टारगेट बढ़ा दिया है।कंपनी को 2022-23 में 182 मिलियन टन कोयला उत्पादन करना है और 2023-24 तक 250 मिलियन टन तक पहुंचाना है। जब इस वर्ष कोयला ढुलाई के नाम पर सैंकड़ों ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है तो आने वाले वर्षों में तो उत्पादन टारगेट को देखते हुए, छत्तीसगढ़ में रेल संकट और बढ़ेगा। साफ़ है कि कोयला का उत्पादक राज्य होना, राज्य में रेल इंफ्रास्ट्रक्चर, ट्रैक्स की कमी होना और दूसरे राज्यों में बिजली संकट ने छत्तीसगढ़ के तीन करोड़ लोगों का जीवन ही काला कर दिया है। रेल संकट से छत्तीसगढ़वासियों में भारी आक्रोश है, अगर ट्रेनों का संचालन जल्द से जल्द सुगम नहीं किया गया तो यह विरोध व्यापक होगा और कानून व्यवस्था पर इसका असर पड़ेगा।अतः आपसे निवेदन है कि कृपया तत्काल इस मामले की गंभीरता और परिणामों का अवलोकन करें एवं छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली सभी ट्रेनों की सेवा को बहाल करें।
मुख्यरूप से ज्ञापन सौपने के लिए,अजीत जोगी युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप साहू प्रदेश महामंत्री राजाराज बंजारे प्रदेश महासचिव नज़िब असरफ प्रदेश सचिव योगेन्द्र देवांगन प्रदेश सचिव राज नायक रायपुर दक्षिण विधानसभा अध्यक्ष अफ़सर कुरेशी ख़िलेंद्र साहू प्रकाश लहरे आदि उपस्थित थे।