सीएम की घोषणा पर अमल शुरू,प्रदेश में बनेंगे 32 स्वामी आत्मानंद हिंदी मीडियम स्कूल
रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशा अनुरूप सभी बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके इस हेतु 171 सरकारी स्कूलों को स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी माध्यम बनाने का निर्णय लिया गया था। मुख्यमंत्री का यह निर्णय प्रदेश वाशियों के लिए किसी सौगात से कम नही है।
स्वामी आत्मानन्द स्कूल वाली सीएम की इस योजना की सफलता को देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बजट सत्र 2022-23 में 32 और 9 स्कूलों को स्वामी आत्मानंद स्कूल में तब्दील करने का आदेश दिया। जिसके बाद अब उनके इस आदेश पर अमल शुरू हो गया है। राज्य शासन ने निर्णय लिया है कि अब प्रदेश में 32 स्कूलों को स्वामी आत्मानंद हिंदी माध्यम उत्कृष्ट विद्यालय के रूप में विकसित किया जाये तथा इस हेतु इन स्कूलों के लिये भी प्रत्येक स्कूल हेतु कलेक्टर की अध्यक्षता में एक सोसायटी का गठन करके स्कूल की व्यवस्था इस सोसायटी को सौंपी जाये ।
इन स्कूलों में वर्तमान में स्वीकृत समस्त पद स्कूल के संचालन हेतु गठित सोसायटी को एतद् द्वारा हस्तांतरित किये जाने हैं ।
सोसायटी की नियमावली संलग्न है : 1 . विद्यालय के संचालन हेतु पंजीकृत सोसायटी को राज्य शासन द्वारा अनुदान उपलब्ध कराया जायेगा एवं सोसायटी अन्य स्त्रोतों से भी धन जुटा सकेगी । 2 . विद्यालय के संचालन हेतु आवश्यक पद शासन की अनुमति से समिति द्वारा निर्मित किए जा सकेंगे । 3 . राज्य शासन द्वारा सोसायटी को अंतरित किये गये सभी पदों को सोसायटी केवल राज्य शासन के स्कूल शिक्षा विभाग से प्रतिनियुक्ति पर ही भर सकेंगी । इन पदों पर सोसायटी द्वारा सीधी भर्ती अथवा संविदा नियुक्ति नहीं की जाएगी । 4 . इन स्कूलों में वर्तमान में पदस्थ कर्मचारियों को प्रतिनियुक्ति पर लेना सोसायटी के लिये अनिवार्य नही होगा । यदि सोसायटी इन कर्मचारियों को स्कूल के लिये उपयुक्त पाती है और यह कर्मचारी सोयायटी में प्रतिनियुक्ति पर कार्य करना चाहते हैं तो सोसायटी इन्हें प्रतिनियुक्ति पर ले सकेंगी अन्यथा सोसायटी राज्य शासन स्कूल शिक्षा विभाग के अन्य कर्मचारी की प्रतिनियुक्ति पर ले सकेगी। शिक्षा के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ कार्य करने के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के इस निर्णय से शिक्षा की प्रगति में बहार आएगी।