महिलाओं की आय का जरिया बना गौठान में मुर्गी पालन व मछली पालन

कांकेर। गोधन न्याय योजनांतर्गत जिले के 417 गौठानों में गोबर की खरीदी की जा रही है तथा गौठानों में विभिन्न महिला स्व-सहायता समूह की ओर से वर्मी कम्पोस्ट निर्माण के अलावा अन्य आर्थिक गतिविधियां संचालित कर आमदनी अर्जित की जा रही है। भानुप्रतापपुर विकासखंड के ग्राम चिल्हाटी के गौठान में भी जय मां लक्ष्मी स्व-सहायता समूह की महिलाओं की ओर से मुर्गी पालन व मछली पालन का कार्य किया जा रहा है, जिससे उन्हें अतिरिक्त आमदनी प्राप्त हो रही है। स्व-सहायता समूह के अध्यक्ष गनेशिया चालकी ने बताया कि उनकी समूह की महिलाओं की ओर से गौठान में गत वर्ष से मुर्गी पालन का कार्य किया जा रहा है, जिससे उन्हें अतिरिक्त आमदनी प्राप्त हो रही है। उन्होंने बताया कि 35 हजार रुपए का मुर्गी अंडा आंगनबाड़ी केन्द्रों को विक्रय किया गया है।
वर्तमान में मुर्गियों को बेचने का कार्य किया जा रहा है, विक्रय के बाद पुन: मुर्गी पालन का कार्य किया जायेगा। उन्होंने बताया कि गौठान के तालाब में मछली पालन का कार्य भी किया जा रहा है, पिछले वर्ष लगभग 30 किलोग्राम तथा इस वर्ष 8 किलोग्राम मछली बीज गौठान के तालाब में डाला गया है, जो बढ़कर लगभग एक से डेढ़ किलोग्राम के हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि मछलियों को बेचकर 30 हजार रुपए की आमदनी भी प्राप्त की गई है।