ई-नीलामी के जरिए रेत खदान आवंटन:बिलासपुर में 13 अक्टूबर को रेत खदान ई-नीलामी प्रशिक्षण, संभाग के सभी इच्छुक बोलीकर्ताओं के लिए मौका..

गौरेला पेंड्रा मरवाही:- बिलासपुर में रेत खदान के इच्छुक बोलीकर्ताओं के लिए 13 अक्टूबर को संभाग स्तरीय विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। यह प्रशिक्षण कलेक्टोरेट कार्यालय बिलासपुर के नजदीक स्थित जल संसाधन विभाग के प्रार्थना सभाभवन में दोपहर 2 बजे से शुरू होगा और इसमें रेत खदान से जुड़ी सभी महत्वपूर्ण प्रक्रियाओं की विस्तार से जानकारी दी जाएगी।
उप संचालक खनिज प्रशासन बिलासपुर, किशोर गोलघाटे ने बताया कि इस बार गौण खनिज साधारण रेत का आवंटन अब एमएसटीसी पोर्टल के माध्यम से किया जाएगा। आवंटन की प्रक्रिया ई-नीलामी (रिवर्स ऑक्शन) के अनुसार पूरी तरह ऑनलाइन होगी। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य बोलीकर्ताओं को पोर्टल के माध्यम से रेत खदान के आवंटन की सभी तकनीकी और प्रशासनिक प्रक्रियाओं से परिचित कराना है।
प्रशिक्षण में शामिल होने वाले बोलीकर्ताओं को ई-नीलामी प्रक्रिया के विभिन्न चरणों की जानकारी दी जाएगी। इसमें निविदा जारी करना, बोली में भाग लेने के लिए पंजीकरण प्रक्रिया, बोली लगाने की विधि, तकनीकी अर्हताधारी बोलीकर्ताओं का चयन, लॉटरी प्रक्रिया, और अंततः अधिमानी बोलीदार का चयन जैसे सभी चरणों की विस्तारपूर्वक जानकारी शामिल होगी। यह प्रशिक्षण सिर्फ बिलासपुर जिले तक सीमित नहीं है, बल्कि संभाग के अन्य जिलों जैसे मुंगेली, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (जीपीएम), कोरबा, जांजगीर-चाम्पा, सक्ती, रायगढ़ और सारंगढ़-बिलाईगढ़ के इच्छुक बोलीकर्ताओं के लिए भी आयोजित किया गया है।
उप संचालक किशोर गोलघाटे ने सभी इच्छुक बोलीकर्ताओं से आग्रह किया है कि वे इस प्रशिक्षण में अवश्य भाग लें और पोर्टल के माध्यम से रेत खदान आवंटन की पूरी प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्राप्त करें। इस प्रशिक्षण से बोलीकर्ता न केवल ई-नीलामी की तकनीकी जानकारी प्राप्त करेंगे, बल्कि उन्हें ऑनलाइन बोली लगाने की व्यावहारिक समझ भी मिलेगी, जिससे भविष्य में रेत खदान के आवंटन में उनकी भागीदारी सहज और प्रभावी बन सकेगी।









