अब निकलेगी नक्सलियों की कुंडली, मुठभेड़ में होने वाले दोषारोपण का दिया जाएगा जवाब
पुलिस और नक्सलियों के बीच कई बार होने वाले मुठभेड़ में नक्सलियों के मारे जाने के बाद होने वाले दोषारोपण का जवाब देने के लिए छत्तीसगढ़ में पहली बार नक्सली और उनके अपराधिक रिकॉर्ड के साथ डाटाबेस तैयार किया जाएगा। इसके लिए अत्याधुनिक सॉफ्टवेयर बनाने की तैयारी चल रही है। सॉफ्टवेयर के जरिए नक्सलियों के नाम, पता, उम्र,फोटो, संगठन, वारदात, पदनाम, इलाका, उनसे जुड़े हुए लोगों के साथ ही उनके लोकेशन और उनके बीच होने वाली बातचीत का डाटा रखा जाएगा। नक्सल अपराध और नक्सलियों से संबंधित जानकारी एकत्रित करने के लिए एसआईबी की जिला टीम को सीधे सर्वर से कनेक्ट किया जाएगा और सभी को आईडी और पासवर्ड दिया जाएगा। वह अपने क्षेत्र में सक्रिय नक्सली संगठन और उनकी गतिविधियों का खाका तैयार करने के बाद सॉफ्टवेयर में फिट करेंगे।
राज्य सरकार के निर्देश पर पुलिस मुख्यालय इसके लिए उपकरणों की खरीदी करने की तैयारियों में जुटी हुई है। सभी शर्तों को पूरा करने वाली एजेंसी को सॉफ्टवेयर तैयार करने और कंप्यूटर में फिट करने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। ताकि जरूरत के अनुसार एक क्लिक करने पर सारी जानकारी मिनटों में मिल जाए।
नक्सल ऑपरेशन से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक नक्सल एंड क्रिमिनल डेटाबेस एनालिसिस सिस्टम के जरिए शीर्ष नक्सलियों से लेकर उनके सहयोगियों का डाटा रखा जाएगा। उनकी लोकेशन से लेकर हिंसात्मक घटना का विवरण तैयार होगा। यहां तक कि उनके द्वारा फेंके गए पर्चे, पोस्टर, बैनर जारी किए गए वीडियो और नक्सल साहित्य का हिसाब भी रखा जाएगा। वारदातों के तौर तरीके और विस्फोटकों के उपयोग से मिली जानकारी अपलोड की जाएगी।