Chhattisgarh

रिजर्व फॉरेस्ट में अवैध अतिक्रमण करने वाले 20 लोगों को वन विभाग ने भेजा जेल

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गरियाबंद। गरियाबंद के उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व क्षेत्र में अतिक्रमण करने वाले 20 आरोपी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है यह कार्यवाही टाईगर रिजर्व के उप निदेशक वरुण जैन के निर्देश पर हुई है, अतिक्रमण करने वाली सभी 20 अतिक्रमणकारी रायघर ओड़िसा से आकर वन परिक्षेत्र इंदागाँव के पीपलखुटा क्षेत्र के जंगल मे अवैध अतिक्रमण कर रहे थे । उदंती सीता नदी टाइगर रिजर्व फॉरेस्ट क्षेत्र के जंगलों के अंदर अतिक्रमण के मामले में गिरफ्तार 20 लोगों में से सात लोग पूर्व में भी अतिक्रमण के लिए जंगलों में पेड़ों की अवैध कटाई करने के मामले में जेल जा चुके हैं । 2019 में इन 7 लोगो पर अवैध कटाई का मामला दर्ज कर उनके ऊपर कार्यवाही की गई थी । जिसमे ये सभी आरोपी 12 दिन के लिए जेल में भी थे, बहरहाल 20 अतिक्रमणकारी को न्यायालय में पेश करने के बाद जले भेज दिया गया है।

राजनैतिक शह पर जंगलों में कर रहे अतिक्रमण

उदंती सीता नदी टाइगर रिजर्व फॉरेस्ट के अधिकारियों की माने तो उड़ीसा क्षेत्र से आने वाले अतिक्रमणकारियों को स्थानीय राजनैतिक संरक्षण प्राप्त है । इस कारण से ओड़िसा के लोग यहां उदंती के जंगलों में अवैध रूप से अतिक्रमण करने का प्रयास कर रहे हैं विभाग को ऐसी सूचना मिली है कि कुछ स्थानीय राजनेता बाकायदा इस मामले में उड़ीसा के लोगों को यह कहते हैं कि अगर उन्हें वनाधिकार पट्टा चाहिए तो जंगल के अंदर झोपड़ी बनाकर कब्जा दिखाना होगा जिसके बाद उन्हें प्रशासन से पट्टा मिल जाएगा हैं । विभाग फिलहाल इस मामले को लेकर भी जांच कर रहा है 

स्थानीय स्तर पर जांच के बाद सैकड़ो पेड़ो के काटने की बात सामने आने पर 2019 में विधानसभा में गूंजा था मामला

टाइगर रिजर्व क्षेत्र के पीपलखूंटा, हल्दीकछार गोड़ेनाफाल कक्ष क्रमांक 1204 में 2019 में अवैध अतिक्रमण को लेकर जांच करने वाली टीम अवैध कटाई देखकर चौंक गई थी और उन्होंने उस वक्त के स्थानीय अफसर के प्रति नाराजगी भी जताई थी मौके पर पेड़ो के इतने ठूंठ मिले थे की टीम के लिए गिनती करना मुश्किल हो गया था निरीक्षण दल ने कई नदी नालों को पैदल पार कर कई किलोमीटर तक पैदल चलकर इस मामले की जांच की थी इस मामले पर लेकर स्थानीय अफसरो की कार्यशैली पर भी सवाल उठे थे और यह बात सामने आई थी कि स्थानीय अफसर ने भी इस पूरे मामले को गंभीरता से नहीं लिया था जिसके कारण न केवल हर भले जंगल नष्ट हो गए थे बल्कि उड़ीसा से घुसपैठ कर पेड़ का झोपियां बना डाली गई थी 2019 में उड़ीसा प्रदेश से आकर कब्जा करने वाले 16 लोगों को जेल भेजा गया था और 30 एकड़ जंगल में कब्जा करने वाले सात लोगों के ऊपर कारवाई भी हुई थी । इसके बाद यह मामला विधानसभा में भी गुंजा था ।

अवैध कटाई में संलिप्त पाए जाने पर डिप्टी रेंजर पर भी गिरी थी गाज

उदंती सीता नदी टाइगर रिजर्व फॉरेस्ट क्षेत्र में हो रहे अवैध अतिक्रमण को लेकर 2019 में सहायक वन परिक्षेत्र अधिकारी के सम्मिलित होने और पैसा लेनदेन के आरोप में निलंबित किया जा चुका है नेशनल हाईवे के किनारे वन परिक्षेत्र इंदागांव के कोइबा इको सेंटर के पास वनाधिकार पट्टे के लालच में कक्ष क्रमांक 1219 में 30 एकड़ के जंगल में सैकड़ो पेड़ों की कटाई कर दी गई थी इसके बाद वन विभाग ने कार्रवाई करते हुए सहायक वन परिक्षेत्र अधिकारी कपिल ठाकुर पर अवैध कटाई कर जंगल में कब्जा कराने के आरोप में निलंबन की कार्रवाई की गई थी ।

Desk idp24

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