बिना अनुमति विदेश रवाना हुई शिक्षिका, प्रबंधन ने थमाया नोटिस
कलेक्टर से किया जायेगा लिखित शिकायत

शिक्षा के मंदिर में अनुशासन की मर्यादा को तोड़ते हुए मिशन हायर सेकेंडरी स्कूल, पेंड्रा रोड की शिक्षिका श्रीमती भावना आर्थर गंभीर सवालों के घेरे में आ गई हैं। छत्तीसगढ़ डायोसीस बोर्ड ऑफ एजुकेशन ने उन्हें बिना प्रबंधन की अनुमति अवकाश लेकर विदेश यात्रा पर जाने के आरोप में कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
मामला बेहद चौंकाने वाला है
👉 भावना आर्थर ने 18 से 27 अगस्त 2025 तक अवकाश लिया, जिसकी अनुमति जिला शिक्षा अधिकारी से तो ली गई, परंतु स्कूल प्रबंधन से नहीं।
👉 इतना ही नहीं, विदेश यात्रा जैसी अहम जानकारी भी संस्था से छिपाई गई।
बोर्ड का आरोप है कि इस कृत्य से शिक्षा संस्था की गरिमा और नियमों का उल्लंघन हुआ है। प्रबंधन ने नोटिस में साफ लिखा है कि –
• शिक्षक/कर्मचारी को विदेश जाने से पहले प्रबंधन से अनुमति लेना अनिवार्य है।
• केवल जिला शिक्षा अधिकारी की स्वीकृति पर्याप्त नहीं है।
• यह मामला भारतीय दंड संहिता की धाराओं 177, 418, 420, 409 और 468 तक के अंतर्गत धोखाधड़ी और प्रशासनिक विश्वासघात माना जा सकता है।
कड़े सवाल उठाए गए
नोटिस में भावना आर्थर से पूछा गया है कि—
• उन्होंने अवकाश और विदेश यात्रा की जानकारी क्यों छुपाई?
• पासपोर्ट और यात्रा दस्तावेज़ अब तक क्यों प्रस्तुत नहीं किए?
• और अनुपस्थिति के दौरान जिम्मेदारी सौंपने की सूचना प्रबंधन को क्यों नहीं दी?
10 दिन का अल्टीमेटम
प्रबंधन ने साफ कहा है कि श्रीमती भावना आर्थर को 10 दिनों के भीतर लिखित स्पष्टीकरण देना होगा। अन्यथा, उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू कर दी जाएगी।
अब चर्चा गर्म
- यह मामला अब शिक्षाविदों और जनता के बीच चर्चा का विषय बन गया है।
सबका सवाल
👉 क्या भावना आर्थर नियमों से ऊपर हैं?
👉 या प्रबंधन कड़ा फैसला लेकर उदाहरण पेश करेगा?









