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MP में बड़ा फर्जीवाड़ा : बुलियन के नाम पर जारी हो रहे थे बिल…ऐसे हुआ खुलासा

भोपाल: बुलियन के फर्जी बिल जारी करने वाले ग्वालियर के एक कारोबारी पर वाणिज्यिक कर विभाग ने कार्रवाई की है. उन्होंने डेटा कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में बीआईएफए/गेन, ई-वे बिल और जीएसटी पोर्टल पर उपलब्ध 400 से अधिक विश्लेषणात्मक रिपोर्टों की बारीकी से जांच की. पिछले 1 महीने में उन्होंने सराफा कारोबार से जुड़ी 8 फर्मों पर कार्रवाई की है और उन्हें करीब 833 करोड़ रुपये की संदिग्ध खरीद-बिक्री मिली है. उनके द्वारा विस्तृत जांच की जा रही है.

हुआ बड़ा खुलासा

ग्वालियर के व्यवसायी पर वाणिज्यिक कर विभाग ने कार्रवाई की है. जांच में कई बड़े खुलासे हुए है. बता दें कि निजी व्यक्तियों के नाम पर दिखाए गए B2C विक्रय को बड़े आभूषण व्यवसाइयों को बेचा गया. GST पंजीयन भी सिर्फ बड़े आभूषण व्यवसाइयों को अवैध रूप से बुलियन सप्लाई करने के लिए गए. इस फर्जीवाडे में  बैंकिंग ट्रांजेक्सन और मनी ट्रेल से एमपी के बाहर के मास्टरमाइंड के शामिल होने की आशंका जताई जा रही है.

जांच में पता चला कि, एमपी में बुलियन का एक संगठित नेटवर्क है. ये नेटवर्क अपने घरेलू नौकरों,ड्राइवर या अन्य के दस्तावेजों पर GST पंजीयन लेकर बड़ी मात्रा में बुलियन खरीदते हैं.फर्जी बिल जारी कर इन बुलियन को छोटी-छोटी मात्रा में निजी उपभोक्ताओं को बेचा जा रहा है. जांच के अनुसार, एकत्र किए गए सबूतों से पता चलता है कि निजी व्यक्तियों के नाम पर दिखाई गई बी2सी बिक्री वास्तव में बड़े ज्वैलर्स को बेची जाती है. इन कारोबारियों के बैंकिंग लेनदेन और मनी ट्रेल का विश्लेषण भी मध्य प्रदेश के बाहर के मास्टरमाइंड की ओर इशारा कर रहा है.

पिछले दिनों विभाग ने 6 बुलियन व्यापारियों पर कार्रवाई की थी. इनके जरिए निजी उपभोक्ताओं को करीब 375 करोड़ रुपये मूल्य का 724 किलोग्राम बुलियन बेचा गया.

Desk idp24

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