BSUP घोटाला: प्रेस क्लब अध्यक्ष की बहन का नाम आया सामने, संबंधियों के नाम पर मकान खरीद जमाया कब्जा!
रायपुर। भेड़ चाल में चलने की आदत आज हर उस व्यक्ति को है जो किसी जिम्मेदार पद पर काबिज है। उस पद का सम्मान करते हुए लोग अपना काम इमानदारी से तो नहीं करते लेकिन पद का दुरुपयोग करते हुए भ्रष्टाचार जरूर करते हैं!
और इसी कड़ी में अब नाम जुड़ गया है प्रेस क्लब के अध्यक्ष दामू अम्बेडरे का, जो गरीबों के हक में डाका डालने से भी पीछे नहीं हटे। पत्रकार होते हुए दूसरों के दुखों को उजागर करना छोड़, उनके लिए आवाज उठाना छोड़ उनके हक का ही उनसे छीन लिया।
वैसे मे भी कुछ पत्रकारों की माने तो प्रेस क्लब के अध्यक्ष दामू अम्बेडरे का रिकॉर्ड रहा है कि उनको खबरों से नहीं बल्कि उनके एवज में मिलने वाले पैसे से ही मतलब रहा है? और प्रेस क्लब में भी सदस्यता उन्हीं को मिलती है जो दामू अम्बेडरे की जी हुजूरी करते हैं भले ही उसके लिए प्रेस क्लब के कानून का उल्लंघन ही क्यों ना करना पड़े।
दामू ने कभी पत्रकारों के हक के लिए लड़ाई नहीं लड़ी लेकिन नियम उलंघन करते हुए अध्यक्ष पद को छोड़ने के लिए तैयार नहीं है। शायद उन्हें डर है कि पद चले जाने से उनकी कमाई का जरिया उनसे छिन जाएगा।
बहरहाल बीएसयूपी कालोनी में पत्रकारों के लिए जो मकान आवंटन हुआ था उसमें बड़ा घोटाला सामने आया था जिसके बारे में पूर्व में भी हमारे चैनल द्वारा जानकारी दी गई थी। इसी तारतम्य में अब जांच समिति से एक और खुलासा हुआ है जिसमें दामु की बहन का नाम सामने आया है। परिवार के एक सदस्य के पत्रकार होने से पूरा परिवार पत्रकार को मिलने वाले सुख सुविधा की श्रेणी में आ जाता है यह बात प्रेस क्लब के अध्यक्ष के कृत्यों से ही पता चल रहा है।
पत्रकारिता क्षेत्र में जो अपनी सेवाएं भी नहीं दे रहे हैं उनके नाम पर बीएसयूपी मकान होना स्पष्ट तौर पर दामू महोदय के क्रियाकलापों पर सवाल उठा रहा है। गरीब परिवार के हक पर डाका डालने वाले दामु ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए मकान आवंटन में खूब झोल किया है। वही मिली जानकारी के मुताबिक अपने सगे संबंधियों के नाम पर बीएसयूपी मकान आवंटन करवाने के बाद उन मकानों को किराए से देकर अपना जेब भी भरा जा रहा है।
बहरहाल अभी तो दामु की बहन ओर कुछ का ही नाम सामने आया है लेकिन आगे और भी लोगों के नाम सामने आने वाले हैं जिसमें चौंकाने वाले खुलासे होना बाकी है।
बता दे बीएसयूपी मकान आवंटन घोटाले में निगम द्वारा 5 सदस्यीय टीम गठित की गई है, जिसमें अपर आयुक्त बीएसयूपी अध्यक्ष, अपर आयुक्त सदस्य, उपायुक्त राजस्व सदस्य, कार्यपालन अभियंता बीएसयूपी सदस्य सचिव व समस्त जोन आयुक्त के सदस्यों का गठन किया गया है। जिनके द्वारा बीएसयूपी मकान घोटाले में जिनके भी नाम सामने आएंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की भी बात कही जा रही है।