आज मनाया जाता है राष्ट्रीय डेंगू दिवस? जानें इतिहास और इसके बचाव के तरीके
नई दिल्ली : मच्छर कई वायरल बीमारियों का कारक बनते है। मानसून आते आते डेंगू के मच्छर पनपने लगते हैं। इस मौसम में डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। हर साल इस बीमारी से लाखों-करोड़ों लोग ग्रस्त रहते हैं. वहीं कुछ लोगों के लिए ये समस्या जानलेवा भी साबित होती है. खासतौर पर बारिश के शुरुआती दौर में डेंगू के मामले सबसे ज्यादा देखे जाते हैं. ऐसे में लोगों को इस बीमारी को लेकर जागरूक होना चाहिए. हर साल 16 मई का दिन राष्ट्रीय डेंगू दिवस के रूप में मनाया जाता है. ऐसे में इसके पीछे के इतिहास के बारे में पता होना जरूरी है. आज का हमारा लेख इसी विषय पर है. आज हम आपको अपने इस लेख के माध्यम से बताएंगे कि राष्ट्रीय डेंगू दिवस क्यों मनाया जाता है।
डेंगू से जुड़ी जरूर जानकारी
- डेंगू का संक्रमण मुख्य रूप से एडीज एजिप्टी प्रजाति के मादा मच्छरों के काटने से फैलता है।
- डेंगू के लक्षण आमतौर पर 2-7 दिन तक रहते हैं।
- इस बीमारी में बुखार के कारण प्लेटलेट्स तेजी से गिरने लगते है।
- डेंगू से संक्रमित मरीज जितना संभव हो उतना आराम करें और खूब पानी पीएं।
राष्ट्रीय डेंगू दिवस 2023 की थीम
हर साल डेंगू दिवस की एक खास थीम होती है। इस वर्ष राष्ट्रीय डेंगू दिवस 2023 की थीम ‘डेंगू को हराने के लिए साझेदारी का उपयोग करें’ तय की गई है।
बता दें कि डेंगू जैसी बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए और इसके बारे में सटीक जानकारी देने के लिए सरकारी स्तर पर कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. वहीं हर साल 16 मई के दिन नेशनल डेंगू डे के रूप में मनाया जाता है. इस दिन को मनाने का मुख्य मकसद लोगों को इस बीमारी के बारे में जागरूक करना है और इसके लक्षण, कारण और उपचार के बारे में बताना है. यह दिवस स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की तरफ से मनाया जाता है. हालांकि पहले के मुकाबले अब लोग इस बीमारी को लेकर काफी जागरूक है लेकिन फिर भी इस बीमारी का शिकार हो जाते हैं.
डेंगू से बचाव के तरीके
- अपने घर के अंदर या बाहर मच्छरों को पनपने ना दें,
- अपने घर में गंदा पानी जमा ना होने दें,
- छत पर भी अगर गमले या किसी अन्य चीज में पानी भरा हुआ है तो उसे तुरंत फेंक दें।