आज से सुप्रीम कोर्ट में पेपरलेस ग्रीन कोर्ट रूम, जजों के लिए पॉप-अप स्क्रीन, डिजिटल लाइब्रेरी जैसी सुविधाएं

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट में आज 3 जुलाई से पेपरलेस ग्रीन कोर्ट रूम की शुरुआत हो गई है। पेपरलेस ग्रीन कोर्ट रूम की शुरुआत के बाद अब सुप्रीम कोर्ट अब पूरी तरह से हाईटेक हो गया है। आधुनिक तकनीक के प्रयोग होने से जजों के लिए पॉप-अप स्क्रीन दस्तावेजों की भौतिक प्रतियों की जगह पेपरलेस ग्रीन कोर्ट ने ले ली है। सुप्रीम कोर्ट की पहली 3 कोर्ट ग्रीन हाईटेक कोर्ट बनीं हैं।
सुप्रीम कोर्ट में इस हाईटेक शुरुआत को चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ की नई पहल के रूप में देखा जा रहा है। सोमवार से भविष्यवादी अदालतों की शुरुआत हो गई है। इन अदालतों के कक्षों में बड़े एलसीडी लगाए गए हैं और वकीलों के लिए भी हाईटेक सुविधाएं शुरू की गई हैं। कम्प्यूटर के जरिए कागजात जजों को दिखाए जा सकेंगे। जज भी डिजिटल तरीके से विभिन्न फैसले देख सकेंगे। कोर्ट 1 से 5 के अलावा कॉरिडोर, मीडिया रूम, वेटिंग रूम आदि में वादियों, वकीलों और मीडियाकर्मियों के लिए वाई फाई की शुरुआत की गई है।
डॉक्यूमेंट्स तक आसान पहुंच के लिए जजों के पास दस्तावेज़ दर्शक तकनीक भी होगी, जिसके उपयोग से दस्तावेज़ को मशीन पर रखा जा सकता है और वकील अपनी स्क्रीन और बड़ी स्क्रीन पर भी देख सकते हैं। वकीलों के पास फ़ाइलें और दस्तावेज़ पढ़ने के लिए स्मार्ट स्क्रीन होंगी।