देश का सबसे बड़ा रेस्क्यू: 106 घंटे बाद सांप बिच्छू से जूझते सही सलामत वापस आया हिम्मती राहुल
जांजगीर-चांपा। इस वक़्त की बड़ी खबर राहुल की वापसी को लेकर आ रही है, करोड़ों लोगों की प्रार्थनाएं स्वीकार हुई 106 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार राहुल की सकुशल वापसी हो चुकी है। बता दे राहुल बीते 10 जून से बोरवेल के लिए खुदे हुए गड्ढे में फंसा हुआ था जिसके बाद राहुल को बाहर निकालने के लिए शासन प्रशासन,सेना और एनडीआरएफ की टीम ने कोई कसर नहीं छोड़ी।फौलादी ताकत के साथ यह डटे रहे मकसद सिर्फ एक राहुल को सुरक्षित निकालना। प्लान एबीसी बनाकर राहुल को बाहर निकालने के लिए हर संभव प्रयास किया गया। प्लान ए के तहत पहले रस्सी के सहारे राहुल को निकालने की कोशिश की गई लेकिन यह तरकीब काम नहीं आई इसके बाद प्लान बी के तहत रोबोट की मदद से राहुल को बाहर निकालने का प्रयास किया गया लेकिन यह भी विफल रहा। अंततः प्लान सी के तहत राहुल को बाहर निकालने में सफलता मिली बिना रुके एनडीआरएफ की टीम लगातार हाथों से खुदाई करती रही।इस दौरान लगातार मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राहुल से जुड़ी पल पल की जानकारी लेते रहे। साथ ही राहुल को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए हर संभव प्रयास करने की बात कही।
वही पूरे प्रदेश के लोग राहुल बचाव अभियान में शामिल रहे लोगों ने राहुल के सकुशल वापसी के लिए प्रार्थनाएं भी की। तो वही कोरबा पुलिस ने मंदिरों में जाकर राहुल के सुरक्षित घर वापसी के लिए हवन पूजन भी करवाएं।सभी का केवल एक ही मकसद था कि बोरवेल में फंसे राहुल को किसी तरह बाहर निकाला जाए। और नतीजा यह रहा कि आज राहुल सही सलामत वापस आ चुका है। . राहुल को बाहर निकालते ही स्वास्थ्य जांच करते हुए एम्बुलेंस में ही सारी चिकित्सकीय सुविधाएं उपलब्ध कराते हुए उसे अपोलो अस्पताल बिलासपुर तक सुरक्षित पहुंचाने के लिए
सीएम भूपेश बघेल के निर्देश पर ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया है
ऑपरेशन राहुल की पूरी प्रक्रिया में जिस तरह से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सारी गतिविधियों पर नजर रखी और शासन प्रशासन,एनआरडीएफ और सेना जिस तरह से बिना रुके जुटा रहा वह वाकई सराहनीय है।