आईपीएस अधिकारी का गुंडाराज, रायपुर के एसपी के भी क्या कहने! हो सकता है तबादला….
रायपुर। जनता के रक्षक कहने वाले पुलिस वालों की दबंगई इन दिनों अपराधियों से भी ज्यादा हो गयी है या फिर पैसों की दम पर पुलिसवालों को अपनी जेब में रखने वाले अपराधियों की संगत के चलते उनकी जबान ही अपराधियों वाली हो गयी है दोनों ही सूरतों में वर्तमान में अगर लोगों को किसी का डर है तो वह है पुलिस के भेष में बड़े पदों में आसीन गुंडों की। जो कि जनता तो दूर अपने अधीनस्थ कर्मचारियों को भी कौड़ियों के दाम समझते है और यही कारण है कि कानून के ये सौदागर सीधे सीएम से या आईजी के बाप से बात करने की धमकी देते हैं।
बलौदाबाजार जिले के आईपीएस आई के एलेसेला का एक ऑडियो इन दिनों सोशल मीडिया में खूब सुर्खियां बटोर रहा है जिसमें आईपीएस बड़े ही अकड़ के साथ अपने अधीनस्थ कर्मचारी से यह कहते सुने जा सकते हैं कि जाओ आईजी के बाप को बता दो। जाओ CM भूपेश बघेल को बता दो। जवान से कहते है तुम्हारी कोई औकात नहीं। इतना ही नही इस आईपीएस महोदय की इतनी अकड़ की जवान को व्यक्तिगत और गंदी/भद्दी गालियाँ भी देते है। इसके अलावा जवान से मनमाने तरीके से सरकारी आवास ख़ाली करवाते है, ताकि अपने मर्जी से किसी अन्य को सरकारी आवास दे सके।
वही यह ऑडियो वायरल होने के बाद राज्य सरकार ने इस मामले को संज्ञान में लिया है और अब आई के एलेसेला का तबादला बलौदाबाज़ार से दूसरी जगह करने पर मुहर लग गई है ।
बताते चलें कि प्रदेश में इन दिनों पुलिस वालों की मनमानी चरम पर है अपने पद और वर्दी का उपयोग यह अपना व्यक्तिगत स्वार्थ साधने के लिए कर रहे हैं। कानून के रक्षक जनता को न्याय दिलाना छोड़ अपने कार्य के विपरीत गुंडों वाला काम कर रहे हैं। इसी कड़ी में रायपुर के एसएसपी प्रशांत अग्रवाल का नाम भी शामिल है जिनका रवैया भी कुछ अड़ियल तरीके का है। कोई भी व्यक्ति उनके पास मदद की गुहार लगाने जाता है तो वह उनसे बेहद ही बे अदब और अकड़ कर बात करते हैं। ऐसे में भला जनता मदद की उम्मीद करें भी तो किस से करें जब खाकी वर्दी ही लोगों की बात सुनना छोड़ उल्टे उन पर ही रोक दिखाने लगे।
बहरहाल अब देखना यह होगा कि, क्या माननीय मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की न्याय योजना पुलिस जवानों को भी न्याय दे पायेगा? क्या ऐसे वर्दी का दुरुपयोग करने वाले पुलिस अधिकारियों पर एफ आई आर दर्ज होगा?