सीएम ने चुनावों में फायदे के लिए भले ही 19 नए जिलों की घोषणा कर दी हो लेकिन उसके साथ ही नए विवाद भी शुरू हो गए है। इन विवादों को निपटाने के लिए सीएम गहलोत ने अपने आवास पर जयपुर जिले के विधायकोें और मंत्रियों को अपने आवास पर बुलाया। ताजा विवाद दूदू जिले को लेकर है।
मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक में कैबिनेट मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, लालचंद कटारिया, महेश जोशी, लक्ष्मण मीणा, गोपाल मीणा, विधायक अमीन कागजी, रफीक खान, गंगा देवी, वेद प्रकाश सोलंकी भी शामिल हुए। मीडिया रिपोटर्स की माने तो जयपुर के मंत्री-विधायकों ने सीएम गहलोत को जयपुर ग्रामीण लोकसभा की तर्ज पर जयपुर देहात के नाम से नया जिला बनाने का सुझाव दिया है। अभी दूदू जिले को लेकर विवाद है, इसमें सांभर, फुलेरा, जोबनेर, चाकसू, बस्सी को जोड़ा जा रहा है और यहां के लोग जयपुर को नहीं छोड़ना चाहते है।
ऐसे में इन लोगों की भावनाओं को देखते हुए जयपुर देहात के नाम से नया जिला बनाया जा सकता है। जयपुर पूर्व और जयुपर दक्षिण के नाम से बनने वाले जिलों पर रोक लग सकती है। मंत्री-विधायकों ने कहा कि जयपुर देहात के नाम पर किसी को भी आपत्ति नहीं है, राजनीतिक दलों में पहले से ही जयपुर देहात के नाम से संगठन हैं। जिस पर मुख्यमंत्री गहलोत ने विधायकों की राय पर अमल करने की बात कही है।