गैंगस्टर बिशप पीटर बलदेव को मिला पीसी सिंह का सहारा, एक आरोपी ने दूसरे आरोपी के लिए बढ़ाए मदद के हाथ
प्रयागराज । धर्म की आड़ में अधर्म का चोला पहने मॉडरेटर पीसी सिंह व इनसे जुड़े लोगों ने ना सिर्फ धार्मिक स्थल को अपवित्र कर दिया बल्कि इससे अपनी कमाई का जरिया बना लिया है।शर्म की बात है कि ऐसे लोगों की वजह से लोगों का अब धार्मिक कृत्यों से मन उठता जा रहा है। लोगों के मन में अब यह संशय आ गया है कि जो दान वह लोगों के उद्धार और चर्च के उद्धार के लिए दे रहे हैं उसका कहीं दुरुपयोग ऐसे धर्म का चोला पहने अधर्मियों द्वारा तो नहीं किया जा रहा।
इतना ही नहीं अपने पद के रूआब में सभी जगहों में मॉडरेटर श्री सिंह ने अपने गुर्गे पाल रखे हैं। जो समय समय पर अवैधानिक तरीके से वसूली कर अपना जेब तो भरते ही हैं साथ ही पीसी सिंह की खुशियों का भी बखूबी ख्याल रखते हैं। बड़े शर्म की बात है कि,
इतने बड़े पद बिशप जो लोगों को सत मार्ग दिखाने के लिए प्रेरित करते हैं उनका नाम गैंगस्टर में शामिल हो गया। लेकिन इसे दुर्भाग्य कहें या पैसों की ताकत ऐसे गैंगस्टर,गुंडे,दाऊद से संबंध होने वाले भ्रष्टाचारी जिनके ऊपर 100 से भी ज्यादा एफ आई आर दर्ज है
उन्हें सजा देना तो छोड़ सरकार ने उल्टे उन्हें खुला संरक्षण दे रखा है। जिसका नतीजा सबके सामने है। बिशप पीटर बलदेव भेष बदल बदल कर भागते फिर रहे है लेकिन, भले ही खुले लहजे में न सही लेकिन अंदर ही अंदर सबको मालूम है कि बिशप को किस ने अपना संरक्षण दिया हुआ है।
दरअसल क्राइस्ट चर्च कॉलेज के प्रधानाचार्य राकेश कुमार चत्री ने वर्ष 2021 में प्रयागराज निवासी बिशप पीटर बलदेव , रायबरेली निवासी संजय कुमार मल्ल और हजरतगंज निवासी विनोद फ्रैक के खिलाफ हजरतगंज पुलिस स्टेशन में धोखाधड़ी समेत अन्य आरोपों में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी । इसमें कहा गया था कि आरोपितों ने डिप्टी रजिस्ट्रार फर्म्स सोसाइटीज एवं चिट्स लखनऊ के पास मैकोनगी सोसाइटी के सदस्यों की फर्जी सूची रजिस्ट्रेशन के लिए दी थी । डिप्टी रजिस्ट्रार ने सूची को फर्जी घोषित किया था ।
इतना ही नहीं आरोपितों ने पादरियों को वेतन देने के लिए 4 लाख रुपये भी ऐंठे थे । आरोपितों ने सोसाइटी की प्रॉपर्टी में भी फर्जीवाड़ा किया था । इंस्पेक्टर हजरतगंज श्याम बाबू शुक्ला ने 9 अप्रैल 2022 को आरोपितों के खिलाफ गैंगस्टर ऐक्ट की कार्रवाई की थी । तलाश में जुटी पुलिस ने शनिवार को संजय कुमार मल्ल को बछरांवा टॉल प्लाजा के पास धर दबोचा । पकड़ा गया आरोपित रायबरेली स्थित सेंट जेम्स स्कूल का प्रधानाचार्य है ।
वहीं गैंगस्टर लगने के बाद बिशप पीटर बलदेव लगातार फरार चल रहे हैं।उन्हें आखिरी बार सेना के ड्रेस में देखा गया था। लेकिन वर्तमान में उनका कोई भी सुराग नहीं मिल पाया है। वहीं सूत्रों की मानें तो चर्च आफ नॉर्थ इंडिया के मॉडरेटर व अपने आपराधिक कृत्यों में शतक लगा चुके पिसी सिंह ने बिशप पीटर बलदेव को अपना संरक्षण दिया हुआ है। एक ही थाली के चट्टे बट्टे,जैसे नागनाथ वैसे सांप नाथ यह सारे कहावत एक ही वक्तव्य को चरितार्थ करते हैं। अर्थात जो व्यक्ति जैसा होता है उसे वैसे ही व्यक्ति का साथ पसंद होता है। और वैसे भी मॉडरेटर पीसी सिंह मॉडरेटर की गद्दी में बैठे अपने पसंदीदा बिशपों की नियुक्ति कर उनसे धोखाधड़ी गैंगस्टर वाले काम करवाते आ रहे है। यह सुनने के लिए कोई नई बात नहीं है।
बस इंतजार है तो इस वक्त का जब भारत सरकार इतने सारे अपराधी कृतियों में सतक हासिल कर चुके मॉडरेटर पीसी सिंह को रंगीन आंखों से देखना छोड़ कानूनी आंखों से देखे और उसे उसके द्वारा किए गए अपराधों के लिए सजा दे।