हर वर्ष 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। इस मौके पर आज जानते है आखिर,इसकी शुरुआत किसने की और इसके पीछे का उद्देश्य क्या था।
विश्व जनसंख्या दिवस की शुरुआत 1989 में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की संचालन परिषद ने किया था। इसका उद्देश्य दुनिया भर में आबादी से जुड़े मुद्दों पर लोगों की जागरूकता बढ़ाना है।
दिसंबर 1990 में एक प्रस्ताव पारित कर संयुक्त राष्ट्र महासभा ने जनसंख्या से जुड़े मुद्दों और पर्यावरण तथा विकास पर इसके प्रभाव के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विश्व जनसंख्या दिवस जारी रखने का फैसला किया। यह दिवस 11 जुलाई, 1990 को 90 से अधिक देशों में मनाया गया।
वर्ष 2011 में विश्व की जनसंख्या सात अरब हो गई। इस साल इसके आठ अरब तक पहुंचने के अनुमान है। विश्व जनसंख्या दिवस 2022 की थीम हैः “आठ अरब का संसार- सबके लिये समायोजी भविष्य की ओर- अवसरों का लाभ उठाना और सबके अधिकार सुनिश्चित करना”।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनिया गुतेरस ने अपने संदेश में कहा कि दुनिया की आबादी का आठ अरब होना एक संख्यात्मक पड़ाव है, लेकिन हमें लोगों पर ध्यान केंद्रित करना है। आठ अरब लोगों का मतलब गरिमापूर्ण जीवन जीने के आठ अरब अवसर। उन्होंने मानवाधिकारों के संरक्षण का आह्वान किया।