National
Trending

pc singh land scame: गिरफ्तारी के डर से 16 पंडित पंत मार्ग दिल्ली स्थित सीएनआई ऑफिस में छुपे पीसी सिंह!

जबलपुर। लंबे समय से दान दिए गए पैसों,मिशनरी जमीनों का अवैध सौदा,संस्थान के पैसे व स्कूल के फीस के पैसों का गबन कर 107 f.i.r. से अब तक बचे रहने वाले पीसी सिंह के ऊपर आखिरकार गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी। समाज के लोगों के सद्भावना से खिलवाड़ कर अपने जेब भरने वाले तथाकथित मॉडरेट को आखिरकार समाज के लोगों की आह लग गई। अब आरोपी गबनधारी पीसी सिंह के सामने एक तरफ कुआं और एक तरफ खाई वाली स्थिति निर्मित हो गई है।

Related Articles

देश के दुश्मन दाऊद जैसे भगोड़े अपराधी से संबंध रखने वाले पीसी सिंह आखिरकार खुद उनके जैसे भगोड़े साबित हो गए। लगातार हो रही जांच से पीसी सिंह के ऐसे पसीने छूट गए कि वह कहीं मुंह दिखाने के लायक भी नहीं रहे। वहीं सूत्रों की माने तो गबन के पैसों का खुलासा होने के बाद गिरफ्तार होने के डर से पीसी सिंह दिल्ली के 16 पंडित पंत मार्ग स्थित सिनेड ऑफिस के ऊपर अपने लिए बनाए गए व्यक्तिगत निवास में छुप कर बैठे हुए हैं।

गौरतलब है कि, द बोर्ड आफ एजुकेशन चर्च आफ नार्थ इंडिया जबलपुर डायोसिस के बिशप पीसी सिंह के नेपियर टाउन स्थित बिशप हाउस (आवास) तथा कार्यालय में गुरुवार सुबह ईओडब्ल्यू ने सर्च कार्रवाई की थी। न्यायालय से सर्च वारंट लेकर पहुंची ईओडब्ल्यू टीम देर रात तक कार्रवाई में जुटी रही। पीसी सिंह के खिलाफ स्कूलों में छात्रों की फीस में करीब पौने तीन करोड़ रुपये के गबन की शिकायत ईओडब्ल्यू से की गई थी। समाज के लोगो ने आरोप लगाए थे कि बिशप सिंह ने पद पर रहते हुए छात्रों की फीस में करीब पौने तीन करोड़ रुपये का गबन किया था।

जांच में सामने आया कि बिशप सिंह द्वारा कूटरचित दस्तावेजों के आधार पर मूल सोसायटी का नाम परिवर्तन कर उसका चेयरमैन बन गए थे। हालांकि यह मामला लगातार समाज के लोगों द्वारा बीते कई सालों से उठाया जा रहा है। जिसमें हर बार पूरे साक्ष्य के साथ समाज के लोगों ने पीसी सिंह के करतूतों को उजागर किया था लेकिन जबरदस्ती मॉडरेटर के पद पर काबिज हुए पीसी सिंह अपने पद के बिनाह पर खुद को बचाते आ रहे थे।
बता दें,पद का दुरुपयोग करते हुए सोसायटी की विभिन्न शैक्षणिक संस्थाओं में प्राप्त होने वाली विद्यार्थियों की फीस की राशि का उपयोग धार्मिक संस्थाओं को चलाने एवं स्वयं के उपयोग में लाकर गबन किया गया था। जांच में पीसी सिंह के ठिकानों से कुल 17 संपत्तियों के दस्तावेज, 48 बैंक खाते (संस्थाओं एवं बिशप पीसी सिंह तथा उनके परिवार के निजी),एक करोड़ 65 लाख 14 हजार रुपये नकद,18 हजार 352 यूएस डालर, 118 पाउंड 80 लाख 72 हजार रुपये कीमत के सोने के जेवर आठ लग्जरी कारें मिली है।

इसके अलावा बिहार,भोपाल समेत पीसी सिंह और उनके करीबियों के ठिकानों पर और वहीं उनके इन सारी अपराधी गतिविधियों में बराबर अपनी भागीदारी निभाने वाले सुरेश जैकब पर भी कार्यवाई होने की जानकारी मिल रही है ऐसे में अगर छापेमार की कार्यवाई की जाती है तो वहाँ से भी पीसी सिंह के कई अवैध कारनामों का खुलासा हो सकता है।

Nitin Lawrence

Related Articles

Back to top button
error: Content is protected !!