वन्यजीव प्रेमियों ने सांडा का शिकार करते चार शिकारियों को पकडा

राजस्थान में जैसलमेर के चाचा गांव के पास सेना की फील्ड फायरिंग रेंज के करीब सांडा (स्पायनी टेल्ड लिजार्ड) वन्य जीव का शिकार करते आज चार शिकारियों को वन्य जीव प्रेमियों ने पकड़ा। पकडे गये शिकारियों ने करीब 20 सांडा जीवों की कमर तोड़ कर अधमरी अवस्था मे एक प्लास्टिक के बोरे में बंद कर रखा था। वन्य जीव प्रेमियों ने वन विभाग और लाठी थाना पुलिस को इसकी सूचना दी।वन्य जीव प्रेमियों की सूचना पर लाठी थाना पुलिस ने चारों शिकारियों को एक बाइक और धारदार हथियार के साथ पकड़कर वन विभाग को सुपुर्द कर दिया। चारों शिकारी उजला गांव के रहने वाले हैं। वन विभाग ने सभी के खिलाफ वन्य जीव अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है।थानाधिकारी अशोक बिश्नोई ने बताया कि गिरफ्तार शिकारियों के पास से मोटरसाइकिल ,20 जीवत सांडा, धारदार हथियार, एवं अन्य शिकार करने का सामान बरामद किया। देश विदेश में स्पायनी टेल्ड लिजार्ड के बेहद मांग होने कारण पूर्व में भी सांडा शिकार की कई घटनाएं सामने आई है जिनकी अन्तर्राष्ट्रीय स्तर कर स्मगलिंग होती है। वन्य जीव प्रेमी राधेश्याम पेमानी ने बताया कि जैसलमेर जिले के कई इलाकों में सांडा जीव पाया जाता है।ये मासूम जीव लोगों की गलतफहमी का शिकार होकर हर साल हजारों की तादाद मे मारा जा रहा है। लोगों में भ्रम है कि सांडे मांस से या उसकी चर्बी से बने तेल से मर्दाना कमजोरी दूर होती है।