शराब लिवर ही नहीं दिल को भी कर देती है बर्बाद, बढ़ता है हार्ट अटैक का खतरा, जानें क्या कहते हैं एक्सपर्ट
नई दिल्ली: यूं तो सब जानते हैं कि शराब की लत इंसान के शरीर के लिए नुकसानदायक है लेकिन तब भी लोग इसे बड़े शौक से पीते हैं. खुशी हो या गम, आदत से मजबूर लोग हर बात में शराब का सहारा ही लेते हैं. वहीं, कई लोग पार्टियों में कुल दिखने के लिए इसका सेवन करते हैं. लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ये कुल दिखने वाली लत आपकी जान भी ले सकती है. अगर आप लंबे समय से ज्यादा मात्रा में शराब पी रहे हैं तो ये खबर आपके लिए ही है. शराब पीने से सिर्फ लिवर ही नहीं दिल की बीमारी (सीवीडी) का खतरा भी बढ़ जाता है. आसान भाषा में आप इसे ऐसे समझिए कि ज्यादा शराब पीने से दिल के दौरे और स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. एक्सपर्ट मानते हैं कि शराब पीने और स्ट्रोक के बीच एक एक गहरा संबंध है.
शरीर को करता है प्रभावित
समय के साथ ज्यादा शराब पीने से पुरानी बीमारियां जैसे हाई ब्लड प्रेशर, हृदय रोग, स्ट्रोक, लिवर की बीमारियां और पाचन संबंधित सहित अन्य गंभीर समस्याओं की शुरुआत हो सकती है. ‘जर्नल करंट एथेरोस्क्लेरोसिस’ की रिपोर्ट्स में पब्लिश एक रिसर्च के अनुसार ज्यादा शराब पीने से सीवीडी का खतरा बढ़ जाता है. इस रिसर्च में यह भी कहा गया है कि अत्यधिक शराब का सेवन (पुरुषों में प्रतिदिन 60 ग्राम से अधिक और महिलाओं में प्रतिदिन 40 ग्राम से अधिक) मृत्यु दर और सीवीडी का जोखिम बढ़ाता है.
शराब नहीं पीने वालों को भी होता है ये खतरा
हालांकि, रिसर्च के निष्कर्षों में यह भी देखा गया है कि शराब पीने से परहेज करने वालों की तुलना में कम मात्रा में शराब पीने वालों में कोरोनरी दिल की बीमारी और मायोकार्डियल रोधगलन का खतरा कम होता है. शराब पीने से सीवीडी का खतरा बढ़ता है. वैज्ञानिको के अध्ययन, शराब और स्तन, मुंह, गला, आंत, वॉयस बॉक्स, लिवर जैसे कैंसर के बीच संबंध का दावा भी करते हैं. अमेरिकी स्वास्थ्य और मानव सेवा विभाग के राष्ट्रीय विष विज्ञान कार्यक्रम ने कार्सिनोजेन्स पर अपनी रिपोर्ट के मुताबिक ज्यादा शराब पीने से शरीर को खतरा होता है.
मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह होता है बाधित
शराब हाई बीपी को बढ़ावा देकर, सामान्य हृदय लय को बाधित करके और रक्त के थक्कों के गठन को बढ़ाकर स्ट्रोक का कारण बन सकती है. ये कारक सामूहिक रूप से इस्केमिक और रक्तस्रावी स्ट्रोक दोनों के जोखिम को बढ़ाते हैं. मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह बाधित होता है, जिससे मस्तिष्क क्षति या मृत्यु हो सकती है.जर्नल न्यूरोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, शराब का उच्च स्तर लगातार सभी स्ट्रोक, इस्केमिक स्ट्रोक और इंट्रासेरेब्रल हेमोरेज (आईसीएच) से जुड़ा हुआ है. शराब का सेवन सभी स्ट्रोक और इस्केमिक स्ट्रोक की कम संभावना से जुड़ा था, लेकिन आईसीएच से नहीं. अध्ययन में कहा गया है कि बिना उच्च रक्तचाप वाले और वर्तमान में धूम्रपान करने वालों में एसोसिएशन का परिमाण सबसे अधिक था.