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कभी जहाज में छिपकर तो कभी सीमा लांघकर लाखों लोग जा रहे विदेश, जानें ‘डंकी’ के बारे में सबकुछ

डंकी’ पंजाबी मुहावरे से निकला हुआ एक शब्द है, जिसका मतलब होता है एक जगह से दूसरी जगह जाना। डंकी विमान वो तरीका है जिसके जरिए लोग अवैध रूप से विदेश यात्रा करते हैं।फ्रांस में घटित ‘डंकी फ्लाइट’ की घटना इन दिनों चर्चा में है। दरअसल, दुबई से निकारागुआ जा रहे एक विमान को फ्रांस में 21 दिसंबर को मानव तस्करी के संदेह में रोक लिया गया। फ्रांस पुलिस को खबर मिली थी कि विमान में सफर कर रहे यात्री भारत से अवैध तरीके से यात्रा कर रहे हैं। इस विमान में 303 भारतीय सफर कर रहे थे।जिस दिन फ्लाइट की घटना घटी उस दिन शाहरुख खान की फिल्म ‘डंकी’ सिनेमाघरों में रिलीज हुई। राजकुमार हिरानी द्वारा निर्देशित फिल्म ‘डंकी रुट’ के जरिए विदेश यात्रा करने वालों पर ही आधारित है। ऐसे में सवाल उठते हैं कि आखिर क्या होता है ‘डंकी’? ‘डंकी फ्लाइट’ क्या होती हैं? फ्रांस की घटना क्या है? आइये समझते हैं.. आखिर क्या है ‘डंकी’?

हाल ही में रिलीज शाहरुख खान की फिल्म का नाम डंकी रखा गया है। उधर जिस फ्रांसीसी विमान को मानव तस्करी के आरोप में रोका गया उसके लिए भी यही शब्द इस्तेमाल किया गया है। दरअसल, ‘डंकी’ पंजाबी मुहावरे से निकला हुआ एक शब्द है, जिसका मतलब होता है एक जगह से दूसरी जगह जाना। डंकी (Dunki) गधे के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले अंग्रेजी शब्द ‘Donkey’ का ही उच्चारण है।

तो ‘डंकी रुट’ क्या होता है?

शाहरुख खान की हालिया फिल्म ‘डंकी रूट’ के जरिए विदेश यात्रा करने वालों पर बनाई गई है। फिल्म में इस सीन के दौरान शाहरुख अपने दोस्तों से कहते हैं, ‘डंकी मार के जाएंगे’। दरअसल, डंकी रूट वो होता है, जिसमें कोई व्यक्ति गैर कानूनी तरीके से एक देश से दूसरे देश की यात्रा करता है।

दुबई में अपनी फिल्म के प्रमोशन के दौरान भी अभिनेता शाहरुख खान ने इस शब्द को समझाया था। उन्होंने बताया, ‘डंकी एक गैरकानूनी यात्रा है, जो बहुत से लोग अपने देश से बाहर दूसरे देश की सीमाओं को पार करने के लिए करते हैं इसे डंकी ट्रैवल कहा जाता है।’

‘डंकी फ्लाइट’ क्या होती हैं?

अब यदि डंकी विमानों की बात करें तो यह वो तरीका है जिसमें विमानों के जरिए अवैध विदेश यात्रा की जाती है। खासतौर पर अमेरिका, कनाडा, ब्रिटेन जैसे पश्चिमी देशों में अवैध प्रवासन के लिए इस तरीके का इस्तेमाल किया जाता है ताकि यहां ‘शानदार जिंदगी’ जी जा सके।

अवैध यात्रा के लिए कई बार लोग अपनी जान को भी दांव पर लगाते हैं, जिसमें गैरकानूनी सीमा पार की गतिविधि, जहाजों या कंटेनरों में छिपना तक शामिल है। ऐसी यात्राओं में लोगों के पकड़े जाने और फिर डिपोर्ट करने का भी खतरा रहता है।

…तो फ्रांस में रोकी गई फ्लाइट का मामला क्या है?

21 दिसंबर को मानव तस्करी के संदेह में रोका गया विमान ‘डंकी फ्लाइट’ का ही उदाहरण है। दरअसल, एयरबस A340 दुबई से उड़ान भरकर निकारागुआ जा रही थी। इस विमान में कुल 303 भारतीय सफर कर रहे थे। विमान फ्यूल भरवाने के लिए फ्रांस के एक छोटे से एयरपोर्ट वैट्री पर रुका था। इसी दौरान फ्रांस पुलिस को खबर मिली थी कि विमान में सफर कर रहे भारतीय मानव तस्करी का शिकार बनने जा रहे हैं।

इसके बाद फ्रांस पुलिस टीम एयरपोर्ट पर पहुंच गई और विमान को उड़ान भरने रोक दिया। उसके बाद से रोमानिया स्थित लीजेंड एयरलाइंस का विमान पेरिस से लगभग 150 किलोमीटर पूर्व में वैट्री एयरपोर्ट पर रुका हुआ था। यात्रियों में 11 नाबालिग भी बताए जा रहे थे।

रिपोर्ट के अनुसार, ये भारतीय संयुक्त अरब अमीरात में संभावित श्रमिक थे, जो अमेरिका या कनाडा में शरण लेना चाहते थे, इसलिए वह निकारागुआ जा रहे थे। बताया गया है कि फ्रांसीसी अधिकारी आव्रजन कानूनों के उल्लंघन के मामले की जांच कर रहे हैं। 27 यात्री अभी भी फ्रांस में हैं। रिपोर्ट के अनुसार, उनमें से दो की गिरफ्तारी कर न्यायाधीश के सामने पेश किया गया और उन्हें सहायक गवाह बनाया गया है।

कैसे बढ़ रहे ‘डंकी ट्रैवल’ के मामले?

रिपोर्ट्स दावा करती हैं कि हाल के वर्षों में कई भारतीय और पाकिस्तानियों नागरिकों और यहां तक की अन्य देशों के लोगों में अवैध प्रवासन का चलन बढ़ा है। ‘बेहतर जीवन’ के लिए विदेश जाने की चाहत के चलते लोगों को ‘डंकी फ्लाइट’ का विकल्प चुनते पाया गया है। यही कारण है कि अपनी जान जोखिम में डालकर लोग अवैध ‘एजेंटों’ को पैसे देते हैं जो अवैध सीमा पार करने में मदद करने का वादा करते हैं।

अमेरिका में अवैध प्रवेश के लिए मेक्सिको, निकारागुआ जैसे मध्य अमेरिकी देशों के रास्तों का इस्तेमाल किया जाता है। खासकर निकारागुआ अमेरिका में शरण मांगने वालों के लिए एक लोकप्रिय गंतव्य बन गया है। अमेरिकी सीमा शुल्क और सीमा गश्ती (सीबीपी) के आंकड़ों के अनुसार, 2023 में 96,917 भारतीयों ने अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश करने का प्रयास किया, जो पिछले वर्ष की तुलना में 51.61 प्रतिशत ज्यादा है। सीबीपी के आंकड़ों से पता चलता है कि उन भारतीयों में से कम से कम 41,770 ने मैक्सिकन भूमि सीमा के जरिए अमेरिका में प्रवेश करने का प्रयास किया। संसद के शीतकालीन सत्र में विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने कहा कि विदेश मंत्रालय ने कानूनी प्रवासन को बढ़ावा देने के लिए कई पहल की हैं।

Nitin Lawrence

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