विधानसभा क्षेत्र में नशे में धुत CRPF जवानों की खुलेआम गुंडागर्दी, आदिवासियों का आरोप सच!
रायपुर। हर सिक्के के 2 पहलू होते हैं। एक पहलू वह जिसमें सिर्फ अच्छाई होती है तो वही दूसरे पहलू में इस अच्छाई की आड़ में कई सारे बुरे कर्म छुपे होते हैं। कुछ ऐसे ही दो पहलुओं के बीच मे सीआरपीएफ की सच्चाई भी टिकी हुई है। जहां एक ओर तो सीआरपीएफ के जवान अपनी जान को जोखिम में डालकर पूरी निष्ठा व त्याग से अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं, तो वहीं कुछ सीआरपीएफ जवान ऐसे भी हैं जिन्होंने अपने वर्दी का उपयोग केवल दम दिखा कर अपनी मनमानी करने के लिए किया है।
ऐसे में अब इस बात को नकारा नहीं जा सकता कि सिलगेर में जिस तरह से आदिवासी सीआरपीएफ जवानों के ऊपर महिलाओं के साथ दुराचार करने, दबाव बनाने और उनकी जमीनों का अधिग्रहण करने का जो आरोप लगाते आए हैं वह पूरी तरह सच है। क्योंकि अब यह बात सुनने के अलावा राजधानी में खुले आंखों से देखने को मिल रही है।
दरअसल, रविवार की रात राजधानी के विधानसभा क्षेत्र स्थित ग्राम सकरी में नशे में धुत 65 बटालियन विधानसभा बाराडेरा के कुछ सीआरपीएफ जवान की गुंडागर्दी देखने को मिली। जहां पर जवानों की टुकड़ी ने कुछ लोगों के साथ बदसलूकी की। इतना ही नहीं जब वहाँ स्थित लोगों ने जवानों के इस गुंडागर्दी का वीडियो बनाने की कोशिश की तो उनका मोबाइल छीन कर जवानों ने उनके साथ मारपीट करने की कोशिश की। आमतौर पर लोग पुलिस और इन जवानों को अपना मसीहा मानते हुए यह समझते हैं कि उनकी हर मुसीबतों से यही लोग उन्हें छुटकारा दिला सकते हैं लेकिन,जब उल्टे यह कानून के रखवाले ही उनके लिए मुसीबत बन जाए तो लोग न्याय की मांग किससे करें।
वहीं सूत्रों की माने तो इन जवानों को पुलिस का संरक्षण भी प्राप्त है यही कारण है कि यह जवान इस तरह से अपनी मनमानी करते हुए इस तरह से गुंडागर्दी को अंजाम दे रहे हैं। अगर समय रहते इनके गुंडागर्दी को नहीं रोका गया तो यह जवान आगे चलकर स्थानीय लोगों के लिए और भी मुसीबत बनकर इसी तरह अपनी मनमानी करते रहेंगे।