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गठबंधन टूटते ही JDU और BJP के नेता एक दूसरे पर हुए हमलावर

पटना 9 अगस्त को बिहार में NDA गठबंधन टूट गया। BJP और JDU का सालों पुराना रिश्ता ढह गया। इस रिश्ते के टूटने के बाद से JDU और BJP के नेता एक दूसरे पर ऐसे हमलावर हुए हैं जैसे उनकी दुश्मनी सालों साल पहले की हो। इसमें बड़े नेताओं ने भी अहम भूमिका निभाई है।

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खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जहां मौका देख रहे हैं वहां BJP पर हमला करना शुरू कर दे रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गठबंधन टूटने के बाद पांच बार BJP को कोस चुके हैं।

वहीं, JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने BJP पर तीन बार हमला किया है। तो सुशील मोदी ने सोशल मीडिया और बयान बाजी लेकर लगभग 5 बार नीतीश कुमार पर हमलावर रहे हैं। वहीं, BJP के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने भी सोशल मीडिया और धरना प्रदर्शन में 5 बार महागठबंधन जनमत की चोरी का आरोप लगा चुके हैं। तेजस्वी यादव ने यहां से लेकर दिल्ली तक चार बार BJP पर हमला कर चुके हैं और नीतीश कुमार को अपना सच्चा साथी बता रहे हैं।

नीतीश कुमार

नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री पद से 9 अगस्त को इस्तीफा दिया और BJP पर हमलावर हो गए। नीतीश कुमार ने इस दौरान BJP पर अपने आप के अपमान का आरोप लगाया। कहा NDA में सम्मान नहीं था। नीतीश कुमार जब इस्तीफा देने गए, उसके बाद राजभवन गेट पर ही BJP पर हमला बोल दिया। उस दिन दो बार BJP पर भड़के थे। दूसरे दिन जब उन्होंने मुख्यमंत्री पद का शपथ ली, उसके बाद BJP ने उन्हें कैसे अपमानित किया यह बताया।

दूसरे दिन जब 7 शहीदों की श्रद्धांजलि समारोह में गए तो वहां भी BJP को भरपेट कोसा। शुक्रवार को भी रक्षाबंधन के मौके पर बताया कि कैसे BJP से वह हटे और आने वाले दिनों में अपनी विपक्षी एकता को मजबूत करके आगे की रणनीति बनाएंगे।

ललन सिंह

JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह यूं तो कम बयानबाजी करते हैं, लेकिन जब बोलते हैं तो विपक्ष को ऐसे आड़े हाथों लेते हैं कि विपक्षी नेता तिलमिला जाते हैं। NDA गठबंधन टूटने के बाद 9 अगस्त को उन्होंने मीटिंग के समय ही BJP पर हमलावर होते हुए कहा कि BJP मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का अपमान करती थी। दूसरे दिन ललन सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके सिलसिलेवार तरीके से बताया कि किस तरह से आरसीपी सिंह को मोहरा बनाया गया और BJP JDU को कमजोर करने की साजिश कर रही थी।

ललन सिंह अब आड़े हाथों सुशील मोदी को ले रहे हैं। जिन्होंने यह कहा था कि नीतीश कुमार उप राष्ट्रपति बनना चाहते थे, जब नहीं बने तो उन्होंने रिश्ता तोड़ दिया। इस पर ललन सिंह ने उन्हें आड़े हाथों लेते हुए कहा कि नीतीश कुमार कभी भी राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति नहीं बनना चाहते थे। इस तरह के बयान बाजी से सुशील मोदी अपने आपको बिहार में स्थापित करना चाहते हैं। यदि इस तरह की बयानबाजी से उनका कुछ भला हो जाता है तो उनको शुभकामनाएं।

सुशील मोदी

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी 9 अगस्त से ही लगातार JDU पर हमलावर हैं। सोशल मीडिया से लेकर बयानबाजी तक में उन्होंने JDU को घेर रखा है। BJP ने जब महा धरना दिया तो सुशील मोदी ने बताया कि किस तरह से जनादेश का अपमान किया गया है। सुशील मोदी लगातार ट्वीट के जरिए भी JDU को आइना दिखा रहे हैं और यह बताते जा रहे हैं कि तेजस्वी यादव ने किस तरह से भ्रष्टाचार किया है और वक्त आने पर तेजस्वी यादव जेल भी जाएंगे।

संजय जायसवाल

बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष संजय जयसवाल गठबंधन टूटने से पहले भी JDU पर हमलावर थे। अग्निवीर विरोध में जिस तरह से बिहार में दंगे फैले थे उसमें उन्होंने बिहार सरकार पर सवाल उठाया और प्रशासनिक व्यवस्था पर भी सवाल उठाया था। गठबंधन टूटने के बाद संजय जयसवाल और मुखर हो गए हैं। लगातार सोशल मीडिया से लेकर बयानबाजी तक में JDU को जनादेश का चोर करार दे रहे हैं। संजय जयसवाल अलग-अलग जगहों पर धरना प्रदर्शन में शामिल भी हो रहे हैं जिसमें लोगों को यह बता रहे हैं कि किस तरह से नीतीश कुमार ने पलटी मार कर BJP को धोखा दिया है।

तेजस्वी यादव

बिहार के नए उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव वैसे तो पहले विपक्ष के नेता थे तो, BJP पर हमलावर थे ही, अब क्योंकि JDU के साथ गठबंधन हो गया है तो JDU को छोड़कर सिर्फ BJP पर ही हमला कर रहे हैं।

तेजस्वी यादव गठबंधन टूटने के बाद बता रहे हैं कि किस तरह से BJP नेता नीतीश कुमार का अपमान करते थे और नीतीश कुमार ने BJP को छोड़कर एक साहसिक फैसला लिया है। तेजस्वी यादव ने पटना में तो BJP पर हमला किया ही, दिल्ली में भी जाकर मीडिया के सामने तेजस्वी यादव ने बताया कि किस तरह से BJP बिहार का बुरा हाल कर रही है।

Desk idp24

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