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ये बैंक सीनियर सिटीजन को दे रहे है सबसे ज्यादा ब्याज…फटाफट करें चेक

नई दिल्ली:  रिटायरमेंट यानी 60 की उम्र आते आते आमतौर पर कोई भी इनडिविजुअल एक निवेशक के तौर पर बाजार का जरा भी जोखिम लेने को तैयार नहीं होता है. वह अपनी जमा पूंजी को किसी ऐसी स्‍कीम में डालना चाहता है जो पूरी तरह से सुरक्षित हो और उसे उस पर बचत खाते की तुलना में हाई रिटर्न भी मिल सके.

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इसी वजह से सीनियर सिटीजंस के लिए अपनी जमा पूंजी या रिटायरमेंट फंड के बड़े हिस्से को सुरक्षित निवेश करने और उसके जरिए स्‍टेबल रिटर्न पाने के लिए फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) एक पॉपुलर विकल्प है. फिक्स्ड डिपॉजिट जैसे सुरक्षित निवेश विकल्प उनके लिए बेहतर है.

इस पर न सिर्फ रिटर्न की गारंटी होती है, वहीं आपका पैसा भी सेफ रहता है. सीनियर सिटीजंस एफडी पर ज्‍यादा इंटरेस्ट रेट के अलावा भी कुछ बेनेफिट हैं. मसलन बैंकिंग सर्विसेज पर कम चार्ज, प्रायोरिटी कस्टमर सर्विस और लोन व अन्य फाइनेंशियल प्रोडक्ट के मामले में प्रिफरेंस.

पीएसयू बैंक: एफडी रेट-

Bank of Baroda: 7.15%

Bank of Maharashtra: 6.25%

Canara Bank: 7.20%

Central Bank of India: 6.75%

Indian Bank: 6.75%

Indian Overseas Bank: 7.00%

Punjab National Bank: 7.00%

Punjab & Sind Bank: 6.75%

State Bank of India: 7.50%

UCO Bank: 6.70%

Union Bank of India: 7.20%

प्राइवेट बैंक: एफडी रेट

Axis Bank: 7.75%

Bandhan Bank: 6.60%

City Union Bank: 6.50%

DBS Bank: 7.00%

DCB Bank: 8.00%

Federal Bank: 7.25%

HDFC Bank: 7.50%

ICICI Bank: 7.50%

IDBI Bank: 7.00%

IDFC First Bank: 7.50%

IndusInd Bank: 8.00%

J&K Bank: 7.00

Karnataka Bank: 6.90%

Kotak Mahindra Bank: 6.70%

RBL Bank: 7.60%

South Indian Bank: 6.50%

YES Bank: 8.00%

सीनियर सिटीजंस FD: क्यों है ज्‍यादा ब्‍याज-

यह माना जाता है कि सीनियर सिटीजन बाजार का रिस्‍क नहीं ले सकते और ये लो रिस्क वाले निवेशकों की कैटेगरी में आते हैं. वे अपना पैसा अधिक सुरक्षित निवेश विकल्पों में निवेश करते हैं.

फिक्‍स्‍ड डिपॉजिट सीनियर सिटीजंस के बीच निवेश का एक पॉपुलर विकल्प है, क्योंकि इनमें गारंटीड रिटर्न मिलता है और ये स्‍कीम सरकार द्वारा समर्थित होती हैं.

बैंक और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन सीनियर सिटीजंस को निवेशकों की लो रिस्क कैटेगरी मानते हैं और उन्हें निवेश के लिए प्रोत्साहित करने के लिए एफडी पर ज्यादा ब्याज दरों की पेशकश करते हैं.

इसके अलावा सीनियर सिटीजंस बैंकों और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन के लिए प्राथमिकता वाले ग्राहक वर्ग हैं क्योंकि उनके द्वारा एफडी अकाउंट खोलने की अधिक संभावना होती है. ऐसा इसलिए है क्योंकि वे अपने फंड पर इसके जरिए स्‍टेबल रिटर्न पा सकते हैं.

टैक्‍सेशन-

5 साल की टैक्स सेविंग FD में निवेश करने पर इनकम टैक्‍स एक्‍ट के सेक्शन 80सी के तहत 1.50 रुपये तक की जमा पर टैक्स बेनिफिट ले सकते हैं. वहीं इनकम टैक्‍स एक्‍ट के सेक्शन 80TTB के अनुसार, सीनियर सिटीजंस एफडी (Senior Citizens FD) पर एक वित्त वर्ष में अर्जित होने वाले 50 हजार रुपये तक के ब्याज पर टैक्स नहीं देना होता है.

अगर किसी वित्त वर्ष में ब्याज की राशि 50 हजार रुपये से अधिक हो तो बैंक इस आय पर टीडीएस वसूलेंगे. आईटी की धारा 194ए के तहत टीडीएस वर्तमान में 10 फीसदी कम है. वरिष्ठ नागरिक एफडी पर अर्जित ब्याज के तहत टैक्स छूट का दावा करने के लिए फॉर्म 15H का उपयोग कर सकते हैं.

Desk idp24

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