CG : मानसून की दस्तक के साथ नगर निगम तैयार, राहत और बचाव टीम का गठन
रायपुर। मानसून की दस्तक के साथ ही रायपुर नगर निगम ने अपनी बाढ़ नियंत्रण टीम तैयार कर ली है। बारिश में जलभराव या बाढ़ की स्थिति होने पर राहत और बचाव के लिए टीम का गठन किया गया है। निगम आयुक्त मयंक चतुर्वेदी ने टीम का मुख्यालय टिकरापारा पुलिस थाने के पास स्थित मोटर कर्मशाला कार्यालय को बनाया गया है।
यहां 0771- 2272101, 2274101 में नागरिक बाढ़ और जलभराव की सूचनाएं दे सकते है। इसमें ईई फिल्टर प्लांट बीएल चंद्राकर को प्रभारी बनाया गया है और उनका मोबाईल नंबर 9301953236 के तौर पर बाढ़ नियंत्रण से संबंधित सूचनाएं संबंधित निगम अधिकारियों और कर्मचारियों को तत्काल देने के लिए जवाबदेह रहेंगे। मानसून की पहली बारिश आने के से पहले नगर पालिक निगम रायपुर ने टीम तैयार कर ली है और अब ये नंबर भी जारी कर दिए गए हैं।
इस टीम 8-8 घंटे की 3 शिफ्ट में अधिकारियों, इंजीनियरों और कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई है। सम्पूर्ण कार्य के लिये निगम प्रभारी अपर आयुक्त विनोद पाण्डेय मोबाइल नंबर 9424264100 को प्रभारी अधिकारी और उनका लिंक अधिकारी निगम स्वास्थ्य अधिकारी एके हलदार मोबाइल नंबर 8718000011 को बनाया गया है।
निगम आयुक्त और निगम पदाधिकारियों को देकर समन्वय करेंगे काम।
हर दिन नोडल अधिकारी की ड्यूटी चक्रीय क्रमानुसार परिवर्तित होगी। अपने – अपने समयानुसार नोडल अधिकारी के रूप में बाढ़ नियंत्रण प्रकोष्ठ में मौजूद रहकर कार्यो का संचालन कर समस्त जानकारियां निगम आयुक्त और निगम पदाधिकारियों को देकर समन्वय के साथ काम करेंगे। नगर निगम आयुक्त के निर्देश के मुताबिक सभी जोन कमिश्नर प्रकोष्ठ जोन प्रभारी के तौर पर बाढ़ नियंत्रण का काम करेंगे ।
प्रत्येक जोन कमिश्नर ये प्रमाणित करेंगे कि उनके जोन क्षेत्र में सभी जर्जर भवनों के विरूद्ध कार्यवाही की जा चुकी है या अन्य कोई जर्जर भवन बाकी नहीं है। आयुक्त ने सभी जोन कमिश्नरों को निर्देशित किया है कि बाढ़ नियंत्रण प्रकोष्ठ कार्यालय और हर जोन कार्यालय में बाढ़ से संबंधित शिकायतों के लिए अलग से शिकायत पंजी ली जाए। आयुक्त ने नगर के ऐसे आवासीय व्यवसायिक परिसरों,
जिसमें बाढ़ के समय बेसमेंट में पानी भर जाता है, उसे निकालने पंप फायर फाईटिंग उपकरण बिजली के अवरोध से बचाव और बेसमेंट में पानी में करंट न हो ऐसे बचाव के उपाय हेतु तत्काल संबंधित भवन मालिकों को समय रहते जानकारी देकर सुरक्षा व्यवस्था बनाने के निर्देश दिये है। उन्होने सभी जोन कमिश्नरों को जोन में 100-100 बोरी रेत की व्यवस्था उनका तालाबों, नालों, नहरों के कटाव को रोकने के लिए रखवाने के निर्देश दिये है।