रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के कार्यालय में तैनात और उनकी बेहद करीबी माने जाने वाली उप सचिव सौम्या चौरसिया के दो ठिकानों सहित सात जगहों पर आयकर विभाग ने छापेमारी की है। अन्य पांच ठिकाने बिजनेसमैन सूर्यकांत तिवारी से जुड़े बताए जा रहे हैं।उपसचिव सौम्या चौरसिया के यहां टीम दस्तावेजों की जांच कर रही है। बड़ी संख्या में अधिकारी और सीआरपीएफ की टीम मौके पर मौजूद है। बताया जाता है कि सौम्या कई बड़े लोगों की करीबी है। उनके खिलाफ पूर्व में अवैध संपत्ति रखने का आरोप लग चुका है। इसके बावजूद भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें अपने कार्यालय में उप सचिव के पद पर तैनात किया ।जिसे सुनकर सभी अचंभित थे कि,आखिर सीएम ने ऐसा फैसला क्यों लिया?बता दें कि साल 2020 में भी छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के करीबी समझे जाने वाले सहायकों, राजनीतिकों, नौकरशाहों और व्यवसायियों के परिसरों पर आयकर विभाग के तलाशी अभियान चले थे. जिसमें सौम्या चौरसिया,एजाज ढेबर के नाम भी शामिल हैं। जिसके बाद राजधानी रायपुर की सियासी गर्मी तेजी से बढ़ी थी।
क्योंकि,जो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपराध करने वालों को तुरंत सजा दिलाने की बात करते है जिसका जीता जागता उदाहरण आईपीएस जीपी सिंग है। जिनके ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई होने के बाद उन्हें सलाखों के पीछे भेज दिया गया था। लेकिन सौम्या चौरसिया के मामले में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का फैसला ठीक इससे उलट था।आईटी के छापे पड़ने के बावजूद भी मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें सजा दिलाना छोड़ अपने कार्यालय में जगह दे दी। जो विपक्षियों को मुद्दा देने के लिए काफी है।
बहरहाल,जानकारी के अनुसार, आयकर विभाग छत्तीसगढ़ में कई जगहों पर छापेमारी कर रहा है। रायपुर, दुर्ग, महासमुंद और कुछ अन्य जगहों पर तलाशी जारी है। इस अभियान में शामिल परिसरों में सीआरपीएफ और स्थानीय पुलिस की भारी तैनाती कर दी गई है।
इस कार्रवाई को बहुत ही गोपनीय रखा गया है। कोई भी अधिकारी इस पर कुछ बोलने को तैयार नहीं है। वहीं, छत्तीसगढ़ में सत्ताधारी दल ने भी चुप्पी साध रखी है। बताया जा रहा है कि आयकर विभाग की टीम अलग-अलग कई ठिकानों पर छापेमारी कर रही है। इस कार्रवाई से छत्तीसगढ़ में हड़कंप मचा हुआ है। कार्रवाई में क्या कुछ मिला है। इसकी कोई जानकारी अभी तक निकल कर सामने नहीं आई है। लेकिन मसला चाहे जो भी हो सौम्या चौरसिया के घर एक बार फिर पड़े आईटी के छापे ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के जो फैसले हैं उस पर सवाल जरूर खड़े कर दिया है। देखना यह होगा कि मुख्यमंत्री इस मामले में किस तरह से खुलकर सामने आते हैं और सौम्या चौरसिया को सजा दिलाते हैं या फिर वह अभी भी मुख्यमंत्री के कार्यालय में उप सचिव का पद संभाले रहेंगी?