महाराष्ट्र: बिटकॉइन घोटाले को लेकर CBI ने शुरू की जांच, 6 पर FIR
CBI Starts Probe Bitcoin Scam Case Maharashtra Assembly Election: केंद्रीय जांच ब्यूरो ने बुधवार को महाराष्ट्र बिटकॉइन घोटाले के कथित मामले में दो व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, जांच एजेंसी ने अमित भारद्वाज और अमन भारद्वाज के खिलाफ मामला दर्ज किया है. जांच एजेंसी ने इस मामले में चार अन्य आरोपियों के भी नामजद किए हैं. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद CBIने कथित घोटाले की जांच शुरू की.
आज यानी 20 नवंबर को महाराष्ट्र के 288 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ. 23 नवंबर को चुनावी नतीजे जारी किए जाएंगे. महाराष्ट्र चुनाव में बिटकॉइन के जरिए राजनीतिक पार्टियों को फंड देने के मामले ने एक नई बहस छेड़ दी है. हाालंकि, अब इस मामले की जांच सीबीआई ने शुरू कर दी है.
80,000 बिटकॉइन से जुड़ा है मामला
एजेंसी कथित तौर पर 80,000 बिटकॉइन एकत्र करने और विदेशों में संपत्ति खरीदने के लिए नौ विदेशी फर्मों के माध्यम से 6,606 करोड़ रुपये के फंड को डायवर्ट करने के आरोपी व्यक्तियों की जांच कर रही है.
इससे पहले बिटकॉइन की हेराफेरी का आरोप लगाने वाले पूर्व आईपीएस अधिकारी रवींद्रनाथ पाटिल ने बुधवार को कहा कि उन्होंने इस मामले की जांच के लिए चुनाव आयोग से संपर्क किया है. पाटिल ने दावा किया है कि उनके पास इन नेताओं की कथित बातचीत के कुछ वॉयस नोट्स हैं, जिसमें वे चुनावों के लिए फंड जुटाने के लिए बिटकॉइन भुनाने की मांग कर रहे हैं.
भाजपा ने मंगलवार को महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले और एनसीपी (SP) नेता सुप्रिया सुले के कथित वॉयस नोट्स चलाकर राज्य चुनावों को प्रभावित करने के लिए बिटकॉइन भुनाने के प्रयासों का आरोप लगाया और दावा किया कि यह स्वतंत्र और निष्पक्ष तरीके से चुनाव कराने पर गंभीर सवाल खड़ा करता है.
अजित ने लगाए थे सुप्रिया पर आरोप
बुधवार को उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने लीक हुए वॉयस नोट्स की आवाजों को सुप्रिया सुले और महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले की आवाज बताई थी. उनके इन आरोपों पर सुप्रिया सुले ने नकार दिया था. और साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई थी.
सुले ने बिटकॉइन से जुड़े हुए मामेल में लीक हुए वॉयस नोट्स को AI जनरेटेड बताते हुए इसे फर्जा बताया. उन्होंने कहा, “अजित पवार कुछ भी कह सकते हैं. मैंने इस घोटले को लेकर पहले ही शिकायत दर्ज करा दी है. यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ लोग AI का दुरुपयोग कर रहे हैं. बीते दिनों सुधा मूर्ति का भी एक फर्जी वीडियो वायरल हुआ था.”