कलेक्टर निलेश कुमार क्षीरसागर ने गौठान पहुंच दिवस की समीक्षा की
महासमुन्द।। कलेक्टर निलेश कुमार क्षीरसागर की अध्यक्षता में आज यहां शंकराचार्य सांस्कृतिक भवन में गौठान पहुंच दिवस पर संकलित रिपोर्ट की समीक्षा की। बैठक में संबंधित जिला एवं विकासखण्ड स्तरीय नोडल अधिकारी उपस्थित थे। बता दें कि राज्य शासन के महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक नरवा, गरवा, घुरूवा और बाड़ी अंतर्गत जिले में 8 अप्रैल 2022 को गौठान पहुंच दिवस मनाया गया था।
इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एस. आलोक सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित थे। इसका उद्देश्य गौठानों में शहरी, ग्रामीण और आवर्ती चराई में एक-एक अधिकारी गौठान पहुंचकर गौठान का निरीक्षण किया गया। संबंधित हितधारकों (स्टेकहोल्डर) यथा सरपंच, गौठान समिति के अध्यक्ष एवं अन्य सदस्य चरवाहा गौठान से संबंद्ध स्व सहायता समूह की महिलाओं से गौठान की स्थिति के संबंध में बातचीत भी की गई।
अधिकारी गौठान के संचालन, गोबर खरीदी, वर्मी उत्पादन, मवेशियों के पानी एवं चारे की उपलब्धता, चारागाह की स्थिति और मवेशियों की उपस्थिति के साथ ही गौठान में संचालित आजीविका गतिविधियों के बारे में भी लोगों से विस्तार से चर्चा की गई थी। संबंधित नोडल अधिकारियों ने निरीक्षण के बाद एक रिपोर्ट तैयार की थी। उसकी आज कलेक्टर क्षीरसागर ने समीक्षा की।
उन्होंने बारी-बारी से नोडल अधिकारियों से गौठानों की स्थिति और चल रही गतिविधियों और गोबर भुगतान आदि संबंधित जानकारी ली। समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने अधिकारियों से कहा कि जिन अधिकारियों ने गौठान में कुछ कमियां देखी या कोई सुझाव हैं, तो वे बताएं। ताकि इसमें और बेहतर सुधार किया जा सके। उन्होंने गोबर खरीदीए वर्मी उत्पादनए मवेशियों के पानी एवं चारे की उपलब्धताए चारागाह की स्थिति और मवेशियों की उपस्थिति के साथ ही गौठान में संचालित विभिन्न आजीविका मूलक गतिविधियों के बारे में लोगों को अधिक से अधिक जोड़ने की बात कही।
कुछ अधिकारियों ने बताया कि गौठानों में बोर है किंतु गर्मी के कारण पर्याप्त उपलब्ध नहीं है। इसके लिए पास के ही तालाबए नदी सेए टैंकर या अन्य माध्यम से गौठान में आने वाले मवेशियों या अन्य कार्यों के लिए पानी की व्यवस्था किया जाना होगा। कुछ ग्रामीण अपने स्तर से मवेशियों के लिए पानी उपलब्ध करा रहें हैं। भीषण गर्मी के कारण गौठानों में आजीविका संबंधी गतिविधियां कम है। समूह की महिलाएं अपने घर से ही यह गतिविधियां संचालित कर रही है।