छत्तीसगढ़ में शारीरिक शिक्षा को वैकल्पिक विषय के रूप में शामिल करने की मांग..
शारीरिक शिक्षा को वैकल्पिक विषय के रूप में पाठ्यक्रम में शामिल करने की मांग
नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में स्वास्थ्य जीवन शैली के प्रति बच्चों को जागरूक करने के लिए दिए गए निर्देश के परिपालन में
छत्तीसगढ़ में शारीरिक शिक्षा को वैकल्पिक विषय के रूप में शामिल करने की मांग उठी सीबीएससी समेत कई राज्यों में शारीरिक शिक्षा को वैकल्पिक विषय के रूप में शामिल किया है
नई शिक्षा नीति में बच्चों की पढ़ाई के साथ-साथ शारीरिक एवं मानसिक विकास पर जोर दिया गया है इसमें कहा गया है कि बच्चों को स्वस्थ जीवन शैली के प्रति जागरूक किया जाए ।
नई शिक्षा नीति को ध्यान में रखते हुए शारीरिक शिक्षा के शिक्षकों ने शारीरिक शिक्षा को वैकल्पिक एक विषय के रूप में सम्मिलित करने की मांग उठाई है।
शारीरिक शिक्षा के शिक्षकों के प्रतिनिधिमंडल ने छत्तीसगढ़ गृह राज्य मंत्री माननीय ताम्रध्वज साहू जी को ज्ञापन सौंपा प्रतिनिधिमंडल में जिला अध्यक्ष श्री कौशलेंद्र पटेल उपाध्यक्ष आरती शुक्ला सचिव टुमन देवांगन कोषाध्यक्ष श्री नागेश्वर राव एवं निखिल जंभुलकर राजेश देवांगन संयुक्त सचिव रुकमणी यादव शामिल थे
शिक्षकों ने पदोन्नति क्रमोन्नति के साथ ही पुरानी पेंशन व्यवस्था लागू करने की मांग को पूरा करने कहा एवं नियमानुसार प्रत्येक 10 वर्ष की गणना कर क्रमोन्नति दी जाए वही पदोन्नति का प्रावधान करते हुए व्याख्याता बनाया जाए