20 साल के नौकर से मालकिन ने बनाए संबंध…अब हो गया ये
Breaking News / जिंदगी में कई बार उतार चढ़ाव आते हैं, कई बार संतुलन खोने का भी डर होता है ऐसे में यदि संतुलन खो जाए तो आगे कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसा ही समस्याओं से घिरा हुआ एक मामला सामने आया है। एक अमीर महिला जो घर में अकेली रहती थी वह अपने पति के प्यार से संतुष्ट नहीं हुई और 35 वर्ष की उम्र में उस महिला ने गलत कदम उठा लिया।
लेकिन अब उसे अपनी गलती का अहसास हुआ तो वह पश्चाताप कर रही है। दरअसल, शादी के 8 वर्ष बाद जब महिला के 2 बच्चे हो गए उसके बाद भी महिला की प्यार की भूख समाप्त नहीं हुई।
महिला का कहना है कि शादी के बाद सब कुछ ठीक-ठाक था। लेकिन जैसे-जैसे समय बीतता गया उसके पति का ध्यान महिला के ऊपर से कम होने लगा। महिला के अनुसार उसके पति देर रात काम से आकर खाना खाते और सो जाते हैं।
वह पत्नी के साथ समय बिताने को कोई महत्व नहीं दे रहे थे। महिला शारीरिक सुख के लिए तरसने लगी। और एक दिन उसकी नजर गार्डन में काम कर रहे युवा नौकर पर पड़ गई।
महिला के अनुसार वह घर के अंदर से उस माली के शरीर को देख देखकर आनंद का अनुभव कर रही थी। धीरे धीरे कर कई दिन बीतते गए। वह नौकर को घर के अंदर से निहारती रहती थी।
अंत में उसने फैसला किया कि वह मालिक को अपना बना कर शारीरिक सुख प्राप्त करेगी। एक दिन महिला ने किसी काम के बहाने माली को घर के अंदर बुलाया, और धीरे-धीरे माली के नजदीक पहुंच गई। 20 वर्ष का युवक उसे भी महिला की हरकत समझ में आ गई और एक ही झटके में दोनों अंतरंग हो गए।
अब हो रहा पछतावा
मालकिन द्वारा नौकर से शारीरिक सुख प्राप्त करने का यह सिलसिला काफी दिनों तक चलता रहा। लेकिन एक दिन महिला को अपनी गलती का एहसास हो गया। जैसे ही महिला की शारीरिक भूख समाप्त हुई, उसके बाद उसे धीरे-धीरे अपनी गलती का एहसास होना शुरू हो गया। लेकिन इस बारे में उसके पति को कभी पता नहीं चला। अब वह महिला इस रिश्ते से बाहर निकलना चाहती है। तो उसने एक्सपर्ट से राय मांगी है।
एक्सपर्ट की राय ये है
इस मामले में एक्सपर्ट द्वारा मांगी गई राय में महिला को बताया गया कि यह बहुत अच्छा है। कि वह जितना जल्दी हो सके इस रिश्ते को भूल कर अपने पति के साथ ईमानदारी पूर्वक जीवन व्यतीत करें।
अन्यथा पूरा घर परेशान हो सकता है। पति लड़के बच्चों का पूरा भविष्य खराब हो सकता है। इसलिए वह तुरंत इस रिश्ते से बाहर आएं इसी में परिवार की भलाई है।