RSS प्रमुख मोहन भागवत काअखंड भारत पर बड़ा बयान…आपके बूढ़े होने से पहले दिख जाएगा, कई देश को गलती का एहसास
नई दिल्ली: संघ प्रमुख मोहन भागवत अखंड भारत को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. मोहन भागवत ने एक कार्यक्रम में कहा कि आपके बूढ़े होने से पहले अखंड भारत का दर्शन हो जाएगा. मोहन भागवत ने आगे कहा कि कई ऐसे देश हैं जिन्हें अब अपनी गलती का अहसास हो चुका है. उन्होंने आगे कहा कि ये सभी वही देश हैं जिन्हें अखंड भारत का हिस्सा माना जाता है.
अन्य देश को भी गलती का अहसास
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि मैं नहीं जानता कि अखंड भारत कब तक बनेगा. लेकिन अगर आप सभी ने अपने मन में ठान लिया है कि भारत को अखंड बनाना है तो जब तक आप बूढ़े होंगे तब तक यह सपना भी पूरा हो जाएगा. उन्होंने आगे कहा कि स्थिती अब बदल चुकी है. भारत से जो देश अलग हुए हैं उन सभी को अपनी गलती का अहसास होने लगा है.
उन्होंने कहा कि भारत का स्वभाव जिसने भी स्वीकार नहीं किया वहीं अलग होता चला गया. मालदीव, श्रीलंका और नेपाल का जिक्र करते हुए मोहन भागवत ने कहा कि इन्हें भारत का स्वभाव स्वीकार नहीं था इसलिए ये सभी भारत से अलग हो गए. उन्होंने आगे कहा कि श्रीलंका को पैसे पहुंचते हैं, मालदीव को पानी तो वहीं नेपाल की भी मदद करते हैं.
‘भेदभाव होने तक आरक्षण रहना चाहिए’
आरक्षण के मुद्दे पर मोहन भागवत ने कहा कि जब तक हमारे समाज में भेदभाव है तब तक आरक्षण रहना चाहिए. उन्होंने कहा कि समाज की गलती के चलते ही एक वर्ग पीछे रह गया. कई हजार साल तक जिनके उपर अत्याचार किया गया उन्हें समान अधिकार देने के लिए आरक्षण दिया गया है. उन्होंने आगे कहा कि संविधान द्वारा दिए गए आरक्षण का संघ हमेशा से समर्थन करता है.
संघ मुख्यालय पर तिरंगा नहीं फहराने का मामला
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि संघ को लेकर एक धारणा है कि संघ ने आजादी के बाद कुछ समय तक ध्वजारोहण नहीं किया. संघ पर तिरंगे का सम्मान नहीं करने का आरोप लगा है इस पर उन्होंने कहा कि तिरंगे के लिए संघ अपना प्राण भी दे सकता है. उन्होंने कहा कि हम लोग हर साल 15 अगस्त और 26 जनवरी को जहां रहते हैं वहीं झंडा फहराते हैं. ये सवाल हमसे नहीं पूछा जाना चाहिए.