MP : इंदौर में डेंगू का प्रकोप ! मरीजों की संख्या 48 तक पहुंची
मानसून शुरू होते ही मौसमी बीमारियों का प्रकोप बढ़ जाता है। भारी बारिश के बाद इंदौर में कई जगहों पर जलजमाव की स्थिति पैदा हो गई। यही वजह है कि यहां पर डेंगू, चिकनगुनिया जैसी गंभीर बीमारियों ने पैर पसारना शुरू कर दिया है। इंदौर में भी डेंगू ने दबे पांव दस्तक दे दी है। पिछले 48 घंटों में डेंगू के 12 नए मरीज सामने आए हैं यानि हर 4 घंटे में एक डेंगू का मरीज अस्पताल पहुंचा है। इन नए मरीजों के बाद डेंगू के कुल मरीजों की संख्या 48 तक पहुंच गई है।
इंदौर के करीब 54 हजार घरों का हुआ सर्वे
स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी जनवरी 2023 से अभी तक इंदौर के करीब 54 हजार घरों का सर्वे कर चुकें हैं। बताया जा रहा है कि 1130 स्थानों पर डेंगू का लार्वा मिला था। जिसे खत्म किया गया है। इंदौर जिला मलेरिया अधिकारी डॉक्टर दौलत पटेल ने बताया कि नए मरीज भोलाराम उस्ताद मार्ग, साजन नगर और बिचौली जैसे इलाकों में मिले हैं। मरीजों के मिलने के बाद इन इलाकों में लार्वा रोधी अभियान शुरू कर दिया गया है। कर्मचारी अलग अलग कॉलोनी में जा कर एकत्रित जल का सैंपल ले रहे हैं और जांच कर रहे हैं।
डेंगू को लेकर स्वास्थ्य विभाग चिंता में
डॉक्टर दौलत पटेल ने कहा कि डेंगू के मरीज मिलने वाले क्षेत्रों में सघन अभियान चलाया जा रहा है। विभाग ने जमे हुए पानी को साफ करके मच्छर का लार्वा उत्पन्न होने से रोकने की सलाह भी लोगों को दी है। स्वास्थ्य विभाग इस बात से इनकार भी नहीं कर रहा है कि आने वाले दिनों में डेंगू के मरीज कम मिलेंगे या नहीं मिलेंगे। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि वास्तविक डेंगू मरीजों की संख्या इससे अधिक हो सकती है। कई डेंगू के मामले अभी तक सामने नहीं आये हैं या उनका प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा है।
इस वर्ष डेंगू मरीजों की संख्या कम रहने की संभावना
पिछले साल के मुकाबले इस साल डेंगू मरीजों की संख्या कम रहने की संभावना है। अधिकारियों ने इसकी वजह बताते हुए कहा कि लोगों में अब जागरूकता आ गई है। जलभराव को रोकने का प्रयास किया जा रहा है। इसके अलावा बीमारी से बचने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने दिशा निर्देश जारी किया है। स्वास्थ्य विभाग ने निर्देश दिया है कि लोग पूरी बांह के कपड़े पहनें ताकि मच्छर उन्हें ना काटे। इसके अलावा डेंगू के मरीज जो अपना घर में इलाज करवा रहे हैं वो अस्पताल में आकर इलाज करवाएं।