6 दुकानें सील, 14 निलंबित, 74 को थमाया गया नाेटिस…अमानक बीज, खाद और कीटनाशक बेचने वालों पर कार्रवाई
रायपुर। छत्तीसगढ़ में खरीफ सीजन शुरू होते ही खाद की काला बाजारी शुरू हो जाती है। ऐसे में अमानक खाद, बीज और कीटनाशक बेचने की शिकायत मिलने के बाद कृषि विभाग ने छापेमार कार्रवाई की है। कृषि विभाग के अधिकारियों ने अलग-अलग जिलों में कार्रवाई की। अधिकारियों ने छापेमार कार्रवाई कर अब तक 6 दुकानों को सील कर दिया है। वहीं, 14 दुकानों का लाइसेंस निलंबित किया जा चुका है और 74 दुकानदारों को नोटिस थमाया गया है।
बताया जा रहा है कि, इस मामले में सबसे ज्यादा कार्रवाई गरियाबंद जिले में हुई है। गरियाबंद में 62 कृषि सेवा केंद्रों को कारण बताओ नोटिस, तीन प्रतिष्ठानों में खाद, बीज विक्रय को प्रतिबंधित किए जाने के साथ ही 13 दुकानदारों के लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है।
इन जिलों में की गई कार्रवाई
वहीं, रायपुर के अभनपुर विकासखंड के ग्राम पचेड़ा में यदु ट्रेडर्स और ग्राम हसदा में चंद्राकर कृषि केंद्र में गड़बड़ी का मामला सामने आने पर वहां भंडारित उर्वरक को जब्त करने के साथ ही दुकानदारों को नोटिस जारी किया गया है। आरंग ब्लाक के चंदखुरी स्थित वर्मा कृषि केंद्र के लाइसेंस को 15 दिनों के लिए निलंबित कर दिया गया है। तिल्दा स्थित केशरवानी कृषि सेवा केंद्र में बिना वैध लाइसेंस के खाद विक्रय की मामला पकड़ में आने पर इस दुकान को सील कर दिया गया है। धरसींवा ब्लाक के सिलयारी स्थित वर्मा कृषि केंद्र और छत्तीसगढ़ कृषि सेवा केंद्र में अनियमितता पाए जाने पर नोटिस जारी किया गया है।
इसी तरह बेमेतरा के खंडसरा स्थित बाबा कृषि केंद्र में बिना लाइसेंस खाद और कीटनाशक बेचे जाने के मामले में इस प्रतिष्ठान को सील किया गया है। कसडोल में रूबी कृषि सेवा केंद्र और सिमगा ब्लाक के ग्राम कामता में योगेश कृषि सेवा केंद्र में जांच पड़ताल के दौरान गड़बड़ी का मामला सामने आने पर दोनों फर्मों के संचालकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। ठेलकाडीह में बनुठिया कृषि केंद्र, किसान कृषि केंद्र, लक्ष्य कृषि केंद्र, भूमि कृषि केंद्र और साहू कृषि केंद्र को अनियमितता के कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
सक्ती में अमानक खाद का मामला सामने आने पर कृषि सेवा केंद्र सक्ती, किसान बीज भंडार सक्ती और ज्ञानीराम चंदगीराम सक्ती को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। बिलासपुर के कोटा में मेसर्स रमेश कृषि सेवा केंद्र में जांच पड़ताल के दौरान बिना लाइसेंस कीटनाशक की बिक्री और अन्य गंभीर अनियमितता का मामला सामने आने पर इस प्रतिष्ठान को भी सील कर दिया गया है।