सौरभ की पोस्टमार्टम रिपोर्ट: पैर पीछे की तरफ मोड़े… दिल के अंदर तक थे जख्म; बर्बरता देख डॉक्टर भी सन्न रह गए

मेरठ। सौरभ राजपूत का जिस बेरहमी से कत्ल किया गया, उसे देखकर पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर, चीफ फार्मासिस्ट और अन्य स्टाफ भी हैरत में हैं। दो दिन हो गए, मगर उनके जहन में अब भी सौरभ का शव घूम रहा है। चाकू के तीन वार उसके दिल पर किए गए। इससे दिल क्षतिग्रस्त था। पोस्टमार्टम के बाद बुधवार शाम पांच बजे सफेद चादर में लिपटा शव ब्रह्मपुरी के इंदिरानगर में लाया गया। लोग यह देखकर चौंक गए कि शव लंबाई में कम और चौड़ाई में ज्यादा दिख रहा था। दरअसल, पैर धड़ की तरफ मुड़े हुए थे। इससे धड़ चौड़ा लग रहा था। सिर अलग था। लोगों की जुबान पर यह सवाल था। लोगों ने इस बारे में आपस में बात भी की।
दिल के अंदर तक थे चाकू के वार
उन्होंने बताया कि शरीर को छोटा करने के लिए पैर पीछे की तरफ मोड़े गए थे, जो इतने सख्त हो गए थे कि उन्हें सीधा नहीं किया गया। ऐसा प्रतीत हो रहा था कि दिल पर वार बहुत जोर लगाकर किए गए हैं, क्योंकि चाकू के वार दिल के अंदर तक थे। करीब डेढ़ घंटे तक पोस्टमार्टम चला। इसके बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।
धड़ से अलग थी गर्दन, कलाइयों से दोनों हाथ
पोस्टमार्टम करने वाली चिकित्सीय टीम ने बताया कि एक साल में मेडिकल कॉलेज की मॉर्चरी में 1500 से 1800 पोस्टमार्टम होते हैं, जिनमें से 700 से 800 पोस्टमार्टम में वे लोग शामिल रहते हैं। सौरभ के शव के बारे में उन्होंने बताया कि यह अपने तरह का अजीब शव था, जो पोस्टमार्टम के लिए लाया गया था। शुरू में तो लगा सामान्य शव होगा, मगर ऐसा नहीं था। शव देखकर चौकना लाजिमी था, क्योंकि गर्दन धड़ से अलग कटी थी। कलाइयों से दोनों हाथ कटे थे। बाकी धड़ अलग था।
‘बहुत सुंदर लड़का था क्यों मार डाला’
डॉक्टर ने बताया कि हम लोग वर्षों से पोस्टमार्टम करते आ रहे हैं। सामान्य तौर पर किसी शव को देखकर इतनी संवेदना नहीं आती है, लेकिन सौरभ का जिस तरह से कत्ल किया गया, उसे देखकर घर जाने के बाद भी जहन में वही शव घूमता रहा। साथ ही यह ख्याल भी आता रहा कि क्या पत्नी इतनी भी बेरहम हो सकती है। बहुत सुंदर लड़का था…क्यों मार डाला।
कटर से काटा गया ड्रम और सीमेंट, तब निकला शव
टीम ने बताया कि शव को ड्रम में डालकर डस्ट और सीमेंट डालकर उसमें ऊपर तक पानी भरा गया था। इससे शव सीमेंट के बीच में जम गया था। हवा न जा पाने के कारण शव सड़ा गला नहीं था, उसमें दुर्गंध भी कम आ रही थी। पोस्टमार्टम हाउस में ड्रम को कटर से काटा गया। फिर जमे हुए सीमेंट को काटा गया। उसमें से शव निकाला गया। इसमें करीब एक घंटा लग गया। इसके बाद पोस्टमार्टम किया गया।
गूगल सर्च कर लिया नींद का इंजेक्शन
पुलिस का मानना है कि मुस्कान ने गूगल पर सर्च करके नींद का इंजेक्शन डॉक्टर के पर्चे पर लिखकर बाजार से ले लिया। ऐसा भी संभव है। इसके अलावा खैरनगर में मेडिकल स्टोर संचालक, घंटाघर से जहां से ड्रम खरीदा उनके भी बयान पुलिस दर्ज कर लिए हैं। पुलिस वहां की सीसीटीवी फुटेज लेने की भी बात कह रही है।
बाजार से खरीदे दो मुर्गा काटने वाले चाकू
मुस्कान ने मुर्गा काटने वाले दो चाकू शारदा रोड से लिए। वहां भी पुलिस बयान दर्ज कर लिए हैं। इसके अलावा खैरनगर से नींद की गोली और इंजेक्शन बेचने वाले दवा विक्रेता भी बयान दर्ज कर लिए हैं। ड्रम घंटाघर से लिया था, पुलिस की कोशिश है वहां के बयान लेने के साथ-साथ सीसीटीवी फुटेज भी मिल जाए ताकि साक्ष्य मजबूत हो जाए।
मेडिकल स्टोर व ड्रम बेचने वाले कर सकते हैं बड़ा खुलासा
एसपी सिटी आयुष विक्रम सिंह ने बताया कि आरोपियों पर सख्त कार्रवाई करने के लिए अब साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। जिस डॉक्टर से मुस्कान ने डिप्रेशन बताकर पर्चे पर गोली लिखवाई थी, उस डॉक्टर के बयान दर्ज किए गए हैं। डॉक्टर ने नींद की गोली नहीं लिखने की बात कही है। ऐसे में माना जा रहा है कि गूगल पर देखकर डॉक्टर के पर्चे पर खुद मुस्कान ने नींद की गोली लिखी हो। मेडिकल स्टोर जहां से दवाई ली और ड्रम खरीदा, उनके भी जल्द बयान लिए जाएंगे। जल्द केस को ट्रायल पर लाने की बात भी एसपी सिटी ने कही।