बिना नोटिस दिए मकान व दुकान निर्माण कर रहे लोगों का सामान जप्त करवा रहे जोन अधिकारी शेखर सिंह!
रायपुर। यदि सरकार किसी भी अवैध निर्माण में दखल देती है तो सबसे पहले अवैध निर्माण करने वाले व्यक्ति को एक नोटिस जारी किया जाता है। लेकिन यहां जोन क्रमांक 3 में जोन अधिकारी शेखर सिंह का अपना एक अलग ही नियम कानून चल रहा है। जहां वह बिना किसी को नोटिस या पूर्व सूचना दिए मकान व दुकान निर्माण करवा रहे लोगों का सामान जप्त करवा रहे हैं।
जोन अधिकारी का यह रवैया देखते हुए अब सवाल यह उठता है कि, क्या जोन अधिकारियों को इस बात की स्वतंत्रता है कि वह बिना नोटिस के कार्यवाई कर सकते है?
दरअसल जानकारी के मुताबिक,राजधानी रायपुर नगर निगम के जोन-3 के अन्दर आने वाले रानी लक्ष्मीबाई वार्ड नंबर 10 में कुछ लोग दूकान का निर्माण करा रहे थे लेकिन, इस दौरान उन्हें बिना नोटिस दिए निगम द्वारा उनके सामान को जप्ती बनाया जा रहा हैं। शिकायतकर्ता का आरोप है कि उन्हें ना किसी ने शिकायत की और ना ही उन्हें किसी तरह की नोटिस दी गई और जब उनके दूकान का निर्माण कार्य चल रहा था तब मौके पर पहुँच जोन अधिकारी शेखर सिंह और उनकी टीम द्वारा रेती, गिट्टी व राज मिस्त्री के सामान घमेला,रापा जैसे सामानों को जप्त कर कार्यवाई की जा रही है।
लेकिन शिकायतकर्ता को यह बात समझ नहीं आ रही है कि आखिर किस लिए उनके सामान को जप्त किया जा रहा है? और यदि उनके द्वारा कोई अवैधानिक तरीके से निर्माण कार्य करवाया जा रहा था तो पूर्व में इस बारे में चेतावनी या जानकारी क्यों नहीं दी गई?
सवाल यह उठता है कि जिस तरह से शिकायतकर्ता द्वारा जोन अधिकारी शेखर सिंह और उनकी टीम पर आरोप लगाया जा रहा है तो क्या अधिकारी को किसी के इशारे में यह कार्य कर रहे हैं?
वहीं,सूत्रों की माने तो अधिकारी शेखर सिंह द्वारा इस तरह की कार्रवाई करने के पीछे महापौर एजाज ढेबर की संलिप्तता बताई जा रही है। महापौर के दिशा निर्देश में ही अधिकारी शेखर सिंह इस तरह की कार्यवाई कर रहे हैं।
बहर हाल कारण चाहे जो भी हो लेकिन जोन अधिकारी देखर सिंह द्वारा इस तरह से बिना चेतावनी दिए समान जप्त करना सरासर आम जनता के साथ नाइंसाफी है।