मेनोनाइट चर्च के अध्यक्ष बाघ कर रहे जमीनों का बंदरबांट, सीएनआई के तर्ज में बढ़ा रहे कदम
सराईपाली। एक दूसरे को देख कर आगे बढ़ने वाली प्रथा अब जिम्मेदारों पर इस तक हावी होती जा रही है कि वह शासकीय जमीनों का बंदरबांट करने से भी पीछे नहीं हट रहे।
सरकार द्वारा नेक कार्य करने के लिए जमीन लीज पर दी जाती है लेकिन बड़े पद में बैठे अधिकारी उस जमीन को भी अपना समझ कर आसानी से उन का सौदा कर अपना जेब भरने में उतारू है। जिस तरह सीएनआई में जमीनों का बंदरबांट किया जा रहा है यह मामला अभी भी ठंडा नहीं हुआ कि अब सराईपाली के मेनोनाइट चर्च से भी इसी तरह की खबरें निकल कर सामने आ रही है। जहां के अध्यक्ष किशोर बाघ लगातार मिशन की जमीनों को बेच अपना जेब भरने का काम कर रहे हैं।
वहीं सूत्रों की माने तो मेनोनाइट चर्च के उच्च अधिकारियों को भी इस बेचे गए जमीन से मिले मुनाफे का आधा हिस्सा जाता है। यही कारण है कि लगातार शासकीय जमीनों को अध्यक्ष बिना किसी डर के दना दन अपनी मनमानी करते हुए बेचे जा रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार अध्यक्ष स्वयं यह बात कहते नजर आते हैं कि इस जमीन का आधा हिस्सा उच्चाधिकारियों तक पहुंच रहा है।
लेकिन इन सबके बीच चर्च के जो सदस्य हैं उनकी आस्था को चोट पहुंच रही है। सरकार द्वारा लीज में ढ़ी गई जमीन का उपयोग सेवा करने के उद्देश्य से दी गई थी लेकिन यहां पर अध्यक्ष केवल अपने और अपने उच्चाधिकारियों के जेब भरने के लिए उतारू है