Aaj Ka Panchang: आज 30 अक्टूबर नरक चतुर्दशी का मुहूर्त, राहुकाल और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी जानें
Aaj Ka Panchang: आज 30 अक्टूबर 2024 को नरक चतुर्दशी और मासिक शिवरात्रि है. नरक चतुर्दशी (Narak chaturdashi) पर भगवान श्रीकृष्ण ने 16 हजार रानियों नरकासुर के बंदी गृह से मुक्त कराया था और नरकासुर का वध किया था.
इसे छोटी दिवाली के नाम से भी जाना जाता है. इस दिन शाम को दीपदान करने से नर्क की यातनाओं से मुक्ति मिलती है और अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता है. नरक चतुर्दशी पर मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए अभ्यंग स्नान किया जाता है, इसमें स्त्रियां उबटन लगाकर रूप निखारती हैं.
आज कार्तिक माह की मासिक शिवरात्रि भी है. ऐसे में इस दिन रात में शिवलिंग का अभिषेक करें, मान्यता है इससे सुख-सौभाग्य में वृद्धि होती है. कष्टों से छुटकारा मिलता है. मासिक शिवरात्रि के दिन महादेव को खीर का भोग लगाएं. आइए जानते हैं आज का शुभ-अशुभ मुहूर्त (Shubh muhurat 30 October 2024), राहुकाल (Aaj Ka Rahu kaal), शुभ योग, ग्रह परिवर्तन, व्रत-त्योहार, तिथि आज का पंचांग (Panchang in Hindi).
आज का पंचांग, 30 अक्टूबर 2024 (Calendar 30 October 2024)
तिथि | त्रयोदशी (29 अक्टूबर 2024, सुबह 10.31 – 30 अक्टूबर 2024, दोपहर 1.15) |
पक्ष | कृष्ण |
वार | बुधवार |
नक्षत्र | हस्त |
योग | वैधृति, सर्वार्थ सिद्धि योग |
राहुकाल | दोपहर 12.05 – दोपहर 1.28 |
सूर्योदय | सुबह 06.37 – शाम 05.37 |
चंद्रोदय | सुबह 5.20 – शाम 04.23, 31 अक्टूबर |
दिशा शूल | उत्तर |
चंद्र राशि | कन्या |
सूर्य राशि | तुला |
शुभ मुहूर्त, 30 अक्टूबर 2024 (Shubh Muhurat)
ब्रह्म मुहूर्त | सुबह 04.46 – सुबह 05.37 |
अभिजित मुहूर्त | कोई नहीं |
गोधूलि मुहूर्त | शाम 05.45 – शाम 06.11 |
विजय मुहूर्त | दोपहर 01.59 – दोपहर 02.44 |
अमृत काल मुहूर्त | सुबह 10.25 – दोपहर 12.13 |
निशिता काल मुहूर्त | रात 11.40 – प्रात: 12.31, 31 अक्टूबर |
30 अक्टूबर 2024 अशुभ मुहूर्त (Aaj Ka ashubh Muhurat)
- यमगण्ड – सुबह 07.55 – सुबह 09.18
- आडल योग – रात 09.43 – सुबह 06.32, 31 अक्टूबर
- विडाल योग -सुबह 06.32 – सुबह 09.43
- गुलिक काल – सुबह 10.41 – दोपहर 12.05
आज का उपाय
आज काली चौदस भी है. बंगाल में काली चौदस पर काली माता की पूजा कर दिवाली मनाई जाती है. काली चौदस पर माता काली को काले तिल, लाल फूल अर्पित करें और उनके मंत्रों का जाप करें. इससे शत्रु, भय, रोग, दोष दूर होते हैं.