आज सोमनाथ मंदिर के पास बने सर्किट हाउस का करेंगे उद्घाटन- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज गुजरात में सोमनाथ मंदिर के नजदीक बने सर्किट हाउस का उद्घाटन करेंगे. इनमें मंदिर से लगा समुद्र किनारे का वॉक वे, सोमनाथ प्रदर्शनी सेंटर और प्राचीन सोमनाथ मंदिर परिसर का पुननिर्माण प्रमुख हैं. कोरोना की वजह से पीएम 11 बजे सोमनाथ में नए सर्किट हाउस का वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उद्घाटन करेंगे. इसके बाद प्रधानमंत्री का संबोधन भी होगा, जिसमें वह सोमनाथ मंदिर के पास बने इस सर्किट हाउस के अतिरिक्त कई अन्य मसलों पर भी बात करेंगे. इस नए सर्किट हाउस का निर्माण 30 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है और यह सोमनाथ मंदिर के निकट स्थित है.
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने एक बयान में कहा कि सोमनाथ मंदिर में हर साल देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु आते हैं. नए सर्किट हाउस की जरूरत महसूस की गई, क्योंकि मौजूदा सरकारी सुविधा मंदिर से बहुत दूर थी. यह सर्किट हाउस 30 करोड़ की लागत से बनाया गया है और सोमनाथ मंदिर के पास है. इसमें सुइट्स, वीआईपी और डीलक्स रूम हैं. वहीं कॉन्फ्रेंस रूम, ऑडिटोरियम हॉल आदि सहित टॉप लेवल की सुविधाओं भी हैं. सर्किट हाउस को इस तरह से बनाया गया है कि हर कमरे से समुद्र का दृश्य दिखाई देता है
कई बार हुआ है मंदिर पर आक्रमण
सोमनाथ के मंदिर के अगर इतिहास के बारे में बात करें तो समय-समय पर मंदिर पर कई आक्रमण हुए और तोड़-फोड़ की गई. मंदिर पर कुल सत्रह बार आक्रमण हुए और हर बार मंदिर का जीर्णोद्धार कराया गया. लेकिन खासियत ये कि मंदिर पर किसी भी कालखंड का कोई प्रभाव देखने को नहीं मिलता है. ऐसी मान्यता है कि सृष्टि की रचना के समय भी ये शिवलिंग मौजूद था. ऋग्वेद में भी इसके महत्व के बारे में बताया गया है.
भगवान शिव शंकर को समर्पित है मंदिर
सोमनाथ प्रदर्शनी केंद्र को टूरिस्ट सुविधा केंद्र के परिसर में बनाया गया है. इसमें प्राचीन सोमनाथ मंदिर के ध्वस्त हो चुके हिस्सों की जानकारी दी जाएगी. पुराना सोमनाथ मंदिर नागर शैली में बना था, उसके वास्तुशिल्प की जानकारी पर्यटकों को यहां से मिल सकेगी. सोमनाथ मंदिर भगवान शिव शंकर को समर्पित है. यह गुजरात के वेरावल बंदरगाह से कुछ ही दूरी पर प्रभास पाटन में स्थित है. इस ज्योतिर्लिंग के संबंध में मान्यता है कि सोमनाथ के शिवलिंग की स्थापना खुद चंद्र देव ने की थी. चंद्र देव के द्वारा स्थापित करने की वजह से इस शिवलिंग का नाम सोमनाथ पड़ा है. सोमनाथ मंदिर की ऊंचाई लगभग 155 फीट है. मंदिर के शिखर पर रखे हुए कलश का वजन करीब 10 टन है